सरगुजा विज्ञान सभा ने राष्ट्रीय वैज्ञानिक चेतना दिवस पर किया आयोजन
अंबिकापुर। नगर में राष्ट्रीय वैज्ञानिक चेतना दिवस मनाया गया। डा नरेंद्र दाभोलकर की पुण्यतिथि पर उनके स्मृति में वैज्ञानिक सोच दिवस रैली सरगुजा विज्ञान सभा द्वारा स्थानीय घड़ी चौक से निकाली गई जिसमें स्कूल के बच्चे, विज्ञान शिक्षक, साहित्यकार, रंग कर्मी, विभिन्न धर्म, वर्ग के लोगों ने एक साथ हिस्सेदारी की और समाज मे फैले अंध विश्वास और अज्ञानता से उत्पन्न डर को वैज्ञानिक सोच से दूर करने का आहवान किया।रैली के आरंभ मे जनगीत कंचन श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किया गया। दाभोलकर के कृतत्व पर दिनेश शर्मा , निर्दोष एक्का द्वारा प्रकाश डाला गया और वैज्ञानिक सोच की जरूरत पर बल दिया गया। होलीक्रॉस स्कूल के कक्षा 12 के छात्र सार्थक जायसवाल ने युवाओं को अंधविश्वास से मुक्त हो कर तार्किक सोच रखने कहा।रैली देवीगंज से धुंआधार पार्क होते हुए जिला ग्रंथालय मे समाप्त हुई।इस दौरान सरगुजा विज्ञान सभा के सदस्यों, बच्चो ने सामाजिक कुरुतियों के विरुद्ध पोस्टर प्रदर्शित किया।इसके बाद ग्रंथालय के सभागार मे राष्ट्रीय वैज्ञानिक चेतना दिवस पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। आमंत्रित वक्ता डॉ अमीन फिरदौसी ने वैज्ञानिक चेतना और मानव स्वास्थ्य विषय पर बोलते हुए ग्रामीण इलाकों में फैले अंधविश्वास के कारण सर्प दंश जैसी घटनाओं का त्वरित इलाज अस्पताल मे न लाकर झाड़फूक मे जान गँवाने से सतर्क करते हुए गर्भवति माताओं द्वारा दवाई, सुई, टीका न लिए जाने, उनसे जुड़े भ्रमों को दूर किया। उन्होंने उपवास पोषण से जुड़ी जानकारी विस्तार से देते हुए सही या गलत पर प्रश्न करने पर जोर दिया। साहित्यकार महेश वर्मा ने स्पष्ट किया वैज्ञानिक सोच आपको सही प्रश्न पूछने, समाधान खोजने, गलतियों को सुधारने का अवसर देती है जबकि अवैज्ञानिक सोच रूढ़ि, परंपरा, नियम के रूप मे थोपे जाते हैं जहाँ सुधार की की जगह नहीं होती। व्याख्यान के क्रम में प्रोफेसर डॉ एसके श्रीवास्तव ने कहा जब हम विज्ञान को एक विषय के रूप में नहीं वैज्ञानिक सोच के रूप मे ग्रहण करते हैं तो ये हम इतिहास, अर्थ शास्त्र भाषा जैसे अन्य विषय को भी विज्ञान के रूप मे तर्क संगत ढंग से अध्ययन करने मे मदद करते है जो प्रतियोगी परीक्षा और जीवन पद्धति के लिए जरूरी है।
कार्यक्रम के आरंभ में सरगुजा विज्ञान सभा की संस्थापक सदस्य अनामिका चक्रवर्ती ने संस्था की जानकारी देते हुए डॉ नरेंद्र दाभोलकर के कार्यो को बढ़ाने पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन बेहतरीन तरीके से आकाशवाणी अंबिकापुर की आकस्मिक उद्घोषिका डॉ शबनम खानम ने किया।आभार प्रदर्शन नूतन सिंह द्वारा किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने मे संस्था की सदस्य अंजुम शमीम ,अनिता विश्वकर्मा, आस्था जायसवाल के अलावा मुक्ता मेहता, शिखा गुप्ता, संगीता त्रिपाठी, केके सिंह, प्रीतपाल सिंह, पीएस मल्तीयार, जावेद खान,अंजनी पांडेय, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, गोल्डी का सक्रिय सहियोग रहा।
अंधविश्वास और कुरीतियों को दूर करता है विज्ञानी सोच
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