अंबिकापुर। सरगुजा सर्व रेल संघर्ष समिति के तत्वावधान में शहर के बुद्विजिवियों एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति में होटल पंचानन में अंबिकापुर -रेणुकुट रेल मांग के लिए विचार-विमर्श किया गया। चेतना पदयात्रा के क्रियान्वयन को लेकर सबकी सहभागिता रही। इस दौरान चेतना पदयात्रा के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। गणमान्यजनों के विचार-विमर्श के दौरान चेतना पदयात्रा एवं आंदोलन को सशक्त बनाने पर सभी ने जोर दिया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी यात्रा के लिये समर्थन लेना चाहिए। प्रस्तावित मार्ग में अधिवाक्ताओं से संपर्क कर उन्हें यात्रा में शामिल कराने का उन्होंने आश्वासन दिया। सेवानिवृत्त कमांडेंट डीके सिंह ने पदयात्रा में पुरे यात्रा रूट के क्षेत्रवासियों को जनजागरण के माध्यम से जागरूक करते हुए, उन्हें यात्रा में सहभागी बनाने एवं आंदोलन को लंबे समय तक चलाने की रूपरेखा बनाने की बात कही। चार्टड एकाउंटेट संतोष सिन्हा ने इस रेल लाईन की आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक पहलु से लोगों को अवगत कराने एवं डाटा एनालिसस करके विभाग तक इस मार्ग के संबंध में प्रभावी प्रस्तुतीकरण पर जोर दिया। अधिवक्ता मृगेन्द्र सिंह एवं अशफाक अली ने पद यात्रा को जनजागरण का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि इस यात्रा के बाद स्वमेव कई मार्ग खुलेंगे और आंदोलन तेज होगा। सेवानिवृत्त बैंककर्मी आईबी तिवारी एवं बीएन भगत ने यात्रा रूट के दौरान यूपी के बभनी में यात्रा में सहयोग करने सहित इस आंदोलन को पदयात्रा के बाद नई दिल्ली एवं प्रदेश की राजधानी में प्रभावी तरीके से उठाने की बात कही। भाजपा नेता अम्बिकेश केशरी ने कहा कि अंबिकापुर -रेणुकुट रेलमार्ग शुरू होने से आर्थिक प्रगति के द्वार खुलेंगे तथा समाज के सभी तबकों को इसका लाभ मिलेगा। समाजसेवी संगठन से मंगल पाण्डेय, भूपेन्द्र सिंह एवं अभय नारायण पाण्डेय ने आंदोलन में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया। कांत दुबे एवं अनूप मेहता ने सोशल मिडिया के माध्यम से आंदोलन को और सशक्त बनाने पर जोर देते हुए वाट्सएप ग्रुप, ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से भी आंदोलन को तेज करने की बात कही। पत्रकार अनंगपाल दीक्षित ने कहा कि आंदोलन बड़ा है। ये न सोचें कि पदयात्रा में कितने लोग शामिल होंगे। पदयात्रा में कम लोग भी होंगे तो संदेश बड़ा होगा। उन्होने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधियों को भी इस बड़े मुद्दे से जोड़कर आवाज उठाने कहना होगा।इस बैठक में भगवान दास बंसल, विद्या मिश्रा, संतोष बिहाड़े, कैलाश मिश्रा, शिवेष सिंह, विनित सेठी, रमेश जायसवाल, अनंगपाल दीक्षित, आलोक शुक्ला, मुकेश तिवारी ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान यात्रा के पोस्टर का औपचारिक विमोचन के साथ ही हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत उपस्थितिजनों सहित शहर में भी हस्ताक्षर अभियान को शुरू किया गया। कार्यक्रम में मनीष सिंह, रमेश जायसवाल, विवेक दुबे, अमलेन्दु मिश्रा, टीएन सिंह, अभय पालोलकर, अजय मिश्रा, विजय तिवारी, सैयद अख्तर हुसैन, अजय कुमार तिवारी, हरमिन्दर सिंह टिन्नी, सत्यम द्विवेदी, विनायक पाण्डेय, पियुष त्रिपाठी, विमलेश त्रिपाठी, वेदांत तिवारी, विश्वजीत भारद्धाज, सुजान बिन्द, सोनिया गुप्ता, सुरेन्द्र कुमार, प्रकाश साहू, मोतीलाल ताम्रकार, सुभाष चन्द्र साहू, अनुज प्रताप सिंह, अंचल ओझा, संतोष दास, रौनी मिश्रा, मनोज पाण्डेय, अजय सोनी, संजय सिन्हा, प्रवीण गुप्ता, राहुल पाण्डेय सहित समिति के साथ उपस्थित सभी लोगों ने नगरवासियों से इस पदयात्रा में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान किया।
एक सितंबर की सुबह शुरू होगी रेणुकूट से यात्रा
सरगुजा रेल संघर्ष समिति के इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल मुकेश तिवारी ने बताया कि रेल विस्तार के इस अभियान को गति देने के लिए आयोजित, जन चेतना पदयात्रा एक सितंबर शुक्रवार को प्रातः रेणुकूट रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होगी। पदयात्रा शुभारंभ के अवसर पर राज्यसभा सांसद रामसकल, उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोड के साथ राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्श दात्री काउंसिल एन आर यू सी सी रेल मंत्रालय के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम विशेष रुप से उपस्थित रहेंगे। जन चेतना पदयात्रा अपने प्रथम दिवस, सोनभद्र जिले में प्रस्तावित किरविल और करकछी रेलवे स्टेशन से होती हुई बभनी तक पहुंचेगी, जहां सेवा कुंज आश्रम कारीडांड,चपकी में पहले दिन का रात्रि विश्राम होगा। दो सितंबर शनिवार को दोपहर के बाद, पद यात्रा छत्तीसगढ़ राज्य में प्रवेश करेगी। दूसरे दिन की पदयात्रा, बलरामपुर जिले में प्रस्तावित पशुपतिपुर और वाड्रफनगर स्टेशनों से गुजरेगी। पदयात्रा के दूसरे दिन का रात्रि विश्राम वाड्रफनगर नगर में रहेगा।
सरगुजा सर्व दलीय रेल संघर्ष समिति की यह जन चेतना पदयात्रा उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 50 किलोमीटर और छत्तीसगढ़ राज्य में 100 किलोमीटर की होगी।
पदयात्रा के दौरान अंबिकापुर रेणुकूट रेल मार्ग निर्माण की मांग के समर्थन में पंपलेट वितरण, हस्ताक्षर अभियान के साथ संबंधित पंचायतों एवं जनप्रतिनिधियों से समर्थन पत्र लेने की मुहिम भी चलाई जाएगी। सभी प्रस्तावित रेलवे स्टेशनों में नुक्कड़ सभा आयोजित करने के साथ पौधारोपण कार्यक्रम भी किया जाएगा।