बतौली (सरगुजा)। दिवाली की ठीक एक दिन पहले तक बतौली के पटाखा व्यवसायियों को दुकान लगाने हेतु लाइसेंस जारी नहीं किए जाने से इस बार दिवाली फीकी पड़ गई है। लोगों को पटाखा खरीदने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी । पटाखा व्यवसाई पिछले दो पखवाड़े से लगातार कलेक्ट्रेट परिसर का चक्कर लगा रहे हैं ।बावजूद इसके अभी तक लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि सरकारी दांव पेंच के बीच लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया फंस गई है। व्यवसाईयों को लाखों का नुकसान होने की आशंका है।
गौरतलब है कि दिवाली के समय पटाखा दुकान लगाने जिला स्तर से संबंधित विभाग द्वारा लाइसेंस जारी किया जाता है। इसके लिए एक महीने पहले से आवेदन मंगाए जाते हैं और चालान भराया जाता है। यह सभी प्रक्रियाएं बतौली के पटाखा व्यवसायियों ने काफी पहले पूरी कर ली है। बावजूद इसके इस बार चुनाव की तिथि नजदीक आने और आचार संहिता लागू होने का हवाला देकर अभी तक लाइसेंस जारी नहीं किए गए हैं, जबकि सीतापुर, लुंड्रा, रघुनाथपुर और अंबिकापुर के व्यवसाययों के लिए लाइसेंस जारी कर उन्हें दुकान लगाने का परमिशन दिया गया है। बतौली के व्यवसायियों को अभी तक लाइसेंस नहीं प्राप्त हुआ है। लगातार दुकानदार अपना व्यवसाय छोड़कर अंबिकापुर में कलेक्टर परिसर के चक्कर लगा रहे हैं। बार-बार निवेदन करने के बाद भी अभी तक लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। शुक्रवार को बतौली थाना प्रभारी सीपी तिवारी ने पटाखा व्यवसाईयों के साथ एक संक्षिप्त बैठक की थी, जिसमें पटाखा व्यापारियों से आवेदन मांगे गए थे, ताकि दुकान लगाने की अनुमति दी जा सके, लेकिन उसके बाद लाइसेंस की कॉपी जमा करने की शर्त भी लगा दी गई। थाना प्रभारी ने कहा कि जब तक लाइसेंस की कॉपी नहीं दिखाई जाती तब तक बतौली क्षेत्र में पटाखा व्यवसायी दुकान नहीं लगा पाएंगे। उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस मामले में अनुविभागीय अधिकारी सीतापुर रवि राही ने कहा कि यह मामला जिले स्तर का है। अनुविभागीय कार्यालय से इस संबंध में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा सकती। यह मेरे कार्यक्षेत्र से बाहर है।