प्राथमिक शाला रिखीमुड़ा में ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग से मची अफरा तफरी
अंबिकापुर। विकासखंड के प्राथमिक शाला रिखीमुड़ा में आज स्कूल के पीछे स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग और तार टूटने से गीली जमीन सहित बच्चों के क्लास रूम के दरवाजे में करंट प्रवाहित होने लगा, जिससे शिक्षिका और तीन से ज्यादा स्कूली बच्चे झुलस गए। इस घटना के थोड़ी देर में ही करंट का प्रभाव कम होने से बड़ी घटना टल गई।
बताया जा रहा है कि ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग होने के बाद स्कूल में लगा विद्युत तार भी स्पार्किंग करने लगा और दरवाजे में करंट आने लगा। बड़ी घटना की आशंका पर शिक्षिका और बच्चे स्कूल से बाहर भाग रहे थे। दरवाजे पर करंट आने पर कुछ स्कूली बच्चे इसकी चपेट में आगे। बच्चों को किसी तरह बाहर निकालने की जद्दोजहद में शिक्षिका भी करंट की चपेट में आकर झुलस गई। अफरा तफरी के इस माहौल में कई बच्चे गिरकर घायल भी हो गए। घायल शिक्षिका और बच्चों को अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। इस घटना के बाद स्कूल में छुट्टी कर दी गई। घटना के बारे में जानकारी प्राप्त होने पर अभिभावकों में भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रही।
जानकारी के अनुसार नगर से लगे कुल्हाड़ी गांव रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल में विधुत विभाग की लापरवाही की वजह से 5 छात्र सहित एक शिक्षिका करेंट की चपटे में आने से घायल हो गए है। दरसअल रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल में उस वक्त अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया जब रोजाना की तरह बच्चे स्कूल आये हुए थे। बताया जा रहा है कि स्कूल के पीछे स्थित ट्रांसफार्मर में अचानक स्पार्किंग के साथ आग लग गई। यह बात भी सामने आ रही है कि प्राइमरी स्कूल में एक महीने पूर्व विधुत विभाग द्वारा विधुत मीटर लगाने का काम किया गया था। लेकिन विधुत विभाग के द्वारा तार को सही तरीके से शिफ्ट नही किया गया था। साथ ही वायरिंग का काम भी किया जाना था। लेकिन वायरिंग का आधा अधूरा होने की वजह से स्कूल के सामने झूल रहे तार को ऊपर करने का प्रयास बच्चों द्वारा किया गया। इसी दौरान बच्चों सहित शिक्षका करेंट के चपेट में आ गए थे।
घटना के समय जब ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग और तेज आवाज आने लगी तो बच्चे घबरा गए। क्लासरूम से बाहर निकालने के समय एक बच्चे का हाथ दरवाजे पर लग गया जिससे दरवाजे में भी प्रवाहित करंट से उक्त बच्चों को करंट का जोरदार झटका लगा वहां कई और बच्चे थे जो बाहर निकालने की जद्दोजहद में करंट की चपेट में आ गए। कुछ बच्चों को गिरने से भी चोट लगी। स्कूल की शिक्षिका शैलजा शुक्ला ने पूरे घटना को देखते हुए बच्चों को बाहर निकालने के लिए दरवाजे पर जैसे ही हाथ बढ़ाया वैसे ही उन्हें करंट का झटका लगा और वो झुलस गई। बाद में करंट का प्रवाह कम होने पर सभी को सुरक्षित बाहर निकल गया। झुलसी शिक्षिका सहित कुछ बच्चों को अस्पताल भी भेजा गया जहां से प्राथमिक उपचार कर उन्हें छुट्टी दे दी गई।