सीतापुर (सरगुजा)। सूखे मौसम में सड़क से उड़ने वाली धूल अब महामारी का रूप धारण करने लगी है। धूल की वजह से नगर की आबोहवा तो खराब हो ही रही है। लोग भी इसकी चपेट में आकर धुलजनित रोगों से अब परेशान होना शुरू हो गए हैं। मरम्मत की बाट जोह रहे लोगो को काम शुरू करने में हो रही लेट लतीफी से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।शहर में दिन की शुरुआत धूल के साथ शुरू करने वाले लोगों का अब जीना दूभर हो गया है। धूल फांक-फांक कर परेशान हो चुके लोगो ने इससे निजात दिलाने सड़क मरम्मत कार्य शुरू कराने की मांग प्रशासन से की है।
विदित हो कि शहर के बीच से होकर गुजरने वाली नेशनल हाईवे की सड़क मरम्मत के अभाव में धूल उगल रही है।जिसकी वजह से शहर की आबोहवा पूरी तरह दूषित हो चुकी है। सोनतराई से कदम चौक तक सड़क से उड़ने वाली धूल अब महामारी का रूप धारण करते जा रही है। जिसकी चपेट में आकर लोग धुलजनित बीमारी से ग्रसित होते जा रहे है। बारिश के दिनों में मरम्मत के लिए सड़क पर डाली गई जीसबी अब लोगो के लिए तकलीफदेह साबित हो रही है। मौसम साफ होते ही सड़क में डाला गया जीसबी का डस्ट अब धूल बनकर शहरवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। सड़क की धूल से आम आदमी के अलावा सबसे ज्यादा परेशान सड़क किनारे बसा व्यापारी वर्ग है। जिनकी दुकाने चाहे वो कपड़े की हो या फिर किराने की सब सुबह से लेकर शाम तक धूल धूसरित हो जाते हैं। जिसकी वजह से उनका व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है।वही वर्षों से सड़क की धूल खा-खाकर जनता भी काफी परेशान हो चुकी है। धूल की वजह से लोग श्वासरोग, आँखों मे जलन, एलर्जी एवं संक्रामक रोगों से ग्रसित होने लगे है। इसके अलावा बाइक सवार लोग धूल की वजह से दुर्घटना के शिकार होने लगे है। दरअसल भारी वाहन गुजरते ही सड़क पर उड़ने वाला धूल का गुब्बार बाइक सवारों को अपनी चपेट में ले लेता है। जिसके बाद धूल की वजह से बाइक चलाने वालों को सामने कुछ दिखता नही और वो दुर्घटना के शिकार हो जाते है। ऐसे ही एक मामले में जशपुर के बगीचा क्षेत्र का युवक दीपक टोप्पो धूल की चपेट में आकर सामने से आ रही बाइक से जा टकराया। इस घटना में सामने वाले बाइक सवार तो बच गया पर सिर में चोट लगने की वजह से दीपक घायल हो गया था।गनीमत रही कि उस दौरान पीछे से कोई भारी वाहन नही आ रहा था नही तो बाइक सवार युवक की जान भी जा सकती थी।मरम्मत के अभाव में धूल की वजह से जानलेवा हो चुकी सड़क लोगो के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। इस संबंध में लोगो ने धूल की वजह से हो रही परेशानियों का हवाला देते हुए कई बार शासन प्रशासन से इसकी मरम्मत कराने की मांग की। ताकि सिरदर्द बन चुके इस परेशानी से जितनी जल्दी हो सके निजात मिल सके। इसके बावजूद शासन-प्रशासन ने अबतक इसे ज्यादा गंभीरता से नही लिया। जिसकी वजह से आज नेशनल हाईवे लोगो के लिए अभिशाप बन कर रह गई है। सड़क से उड़ने वाली धूल से परेशान हो चुके लोग इससे बचने मुख्यमार्ग की जगह वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने लगे है। धूल की वजह से सड़क किनारे स्थित घरो की हालत इतनी बदतर हो गई है कि लोग किराए के मकान में रात गुजारने को मजबूर है।नगरवासियों के अलावा स्कूली छात्रों को भी धूल की वजह से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह स्कूल जाने से लेकर घर आने तक स्कूली छात्रों को धूल का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से उनकी सेहत बिगड़ने लगी है और बच्चे बीमार होने लगे हैं।विगत साल भर से धूल की मार झेल रहे लोगो की हालात से अवगत होने के बाद भी विभागीय अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे है। विभागीय अधिकारियों द्वार आश्वासन देने के बाद भी काम शुरू नही कराया गया। जिसकी वजह से सीतापुर अब पूरी तरह धुलपुर बन चुका है। जिससे नगर के लोगो मे काफी आक्रोश व्याप्त है। धूल से पीड़ित लोगों ने कहा कि अगर सड़क की मरम्मत जल्द शुरू नही हुई तो लोग आंदोलन को बाध्य होंगे।
बढ़ गई चश्मों की बिक्री
सड़क पर उड़ने वाली धूल की वजह से शहर में चश्मों की बिक्री बढ़ गई है। लोग सड़क पर उड़ने वाली धूल से आँखों का बचाव करने चश्मे का सहारा ले रहे है।हालांकि धूल से बचाव के लिए चश्मा बहुत उपयोगी साबित नही हो रहा है। फिर भी विकल्प के तौर पर लोग चश्मे का उपयोग करने को मजबूर है।
इस संबंध में पिछले कुछ माह पूर्व कार्यपालन अभियंता एन तिवारी ने बताया था कि बरसात के बाद काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए जो भी औपचारिकताएं है वो पूरी की जा रही है। जल्द ही सड़क का मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जायेगा। बहरहाल मशीने आ गई है पर अभी तक काम शुरू नही हुआ है।