■ एसडीएम तहसीलदार के हस्तक्षेप के बाद देर शाम रिहा हो सके अधिकारी
ओड़गी (सूरजपुर)। सूरजपुर जिले के दूरस्थ ग्राम पंचायत खोड़ के छात्रावास में एक छात्रा के सिर में घाव होकर कीड़ा निकलने सहित अन्य अनियमितताओं की जांच करने पहुंचे आदिवासी सहायक आयुक्त विश्वनाथ रेड्डी को आज ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। सहायक आयुक्त को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने एसडीएम व तहसीलदार बड़ी संख्या में पुलिस बल लेकर छात्रावास पहुंचे। अधिकारियों के काफी समझाईश और आश्वासन के बाद आख़िरकार ग्रामीणों ने बंधकों को देर शाम रिहा किया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार छात्रावास अधीक्षिका की लापरवाही के कारण आश्रम में छात्राओं को नहाने के लिए पानी 10 से 12 दिनों बाद मिलता था, ऐसी स्थिति में कई छात्राएं बीमार पड़ गई थी, गंदगी की वजह से एक छात्रा के सिर में संक्रमण से घाव हो गया था। इसके बाद भी अधीक्षिका ने कोई ध्यान नहीं दिया। इलाज नही होने से घाव में कीड़े भी पड़ गए थे। इसकी जानकारी जब परिजनों को मिली तब वे पहुंचे और छात्रा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां नर्स ने बच्ची के सिर से कीड़ा निकाला। इस घटना की खबर पर परिजनों व ग्रामीणों में रोष फैल गया। ग्रामीणों द्वारा अधीक्षिका पर कार्यवाई की मांग किए जाने पर आज सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग विश्वनाथ रेड्डी जांच के लिए पहुंचे। जहां पहले से ही गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया। सहायक आयुक्त को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे। ग्रामीणों को लगातार समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार उच्च अधिकारियों से छात्रावास में व्याप्त अव्यवस्थाओं की शिकायत की जा चुकी है। इसके बाद भी सहायक आयुक्त ने कभी जांच नहीं कराई। देर शाम 5 बजे प्रशासन की तरफ से एसडीएम भैयाथान सागर सिंह एवं तहसीलदार ओड़गी सालिक राम गुप्ता, थाना प्रभारी ओड़गी की मौजूदगी में एसडीएम के द्वारा आश्वासन दिया गया कि इस मामले को मेरे द्वारा जाँच किया जायेगा जो भी दोषी होगा कार्यवाही किया जाएगा। एसडीएम से मिले आश्वासन के बाद तब जाकर कहीं ग्रामीणों ने सहायक आयुक्त को रिहा किया।