सीतापुर (सरगुजा)। बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर लाखो की ठगी करने वाले ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने जेल भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम कपाटबहरी निवासी शातिर ठग खेमराज केरकेट्टा ने नौकरी का झांसा देकर क्षेत्र के कई बेरोजगार लोगो से लाखों रुपये ठग लिए। उसने क्षेत्र में घूम घूम कर लोगो को स्वास्थ्य विभाग में सफाईकर्मी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उनसे लाखो रुपये ठग लिए। ठग ने नौकरी दिलाने के नाम पर ग्राम तेलाईधार निवासी फुलबसिया आ नटवा 25 वर्ष से 37 हजार 5 सौ, ग्राम विशुनपुर निवासी उर्सीला से 37 हजार 5 सौ, अंजना से 37 हजार 5 सौ, सरोजनी से 37 हजार 5 सौ, ग्राम तेलाईधार निवासी पुष्पा टोप्पो से 37 हजार 5 सौ, ग्राम सुर निवासी वहीदा से 10 हजार, सुभाष से 10 हजार, ग्राम जोबटिकरा निवासी कृष्णा से 10 हजार एवं सीतापुर आदर्शनगर निवासी मनिल एक्का से 50 हजार रुपये ठग लिए। ठग ने कुल नौ लोगो से नौकरी दिलाने के नाम 2 लाख 92 हजार 5 सौ रुपये ठग लिया। नौकरी की लालच में ठग के झांसे में आकर पैसा देने के बाद भी जब लोगो को नौकरी नही मिली। तब उन्होंने खेमराज केरकेट्टा से संपर्क साधा और नौकरी दिलाने के लिए दबाव बनाया। जिस पर वो काफी दिनों तक गोलमोल जवाब देकर लोगो को टालता रहा। जब लोगो ने उस पर दबाव बनाना शुरू किया तब उसने सफाईकर्मी का फर्जी नियुक्ति पत्र उन्हें थमा दिया। जिसे लेकर पीड़ित पक्ष ज्वॉइन करने हॉस्पिटल पहुँचे और अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिखाया। ठग द्वारा जारी नियुक्ति पत्र देखते ही अधिकारी सारा माजरा समझ गए। अधिकारियों ने पीड़ित पक्ष को बताया कि यहाँ ऐसा कोई पद रिक्त नही है और यह नियुक्ति पत्र पूरी तरह फर्जी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा बताने के बाद उन्हें नौकरी के नाम पर ठगे जाने का अहसास हुआ। जिसके बाद पीड़ित पक्ष खेमराज से जाकर मिला और पैसा लौटाने की बात कही।खेमराज ने सभी को पैसा वापस लौटने का आश्वासन देकर वापस लौटा दिया। किंतु चार साल बाद भी जब खेमराज ने पीड़ित पक्ष का पैसा नही लौटाया। तब ठगी के शिकार लोगो ने खेमराज के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इस प्रकरण में पुलिस ने ठग खेमराज के विरुद्ध धारा 420, 467, 468 एवं 471 के तहत अपराध दर्ज कर लिया। थाने में अपराध दर्ज होने के बाद पकड़े जाने के भय से भागे भागे फिर रहे ठग खेमराज को थाना प्रभारी ओमप्रकाश यादव के नेतृत्व में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।