बतौली (सरगुजा)। बतौली के बगीचा चौक के आस-पास बेतरतीब ढंग से खड़ी वाहनों से हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बगीचा की तरफ से आने वाली वाहनों की गति अधिक होने से हर समय यहां भीषण दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
बगीचा जशपुर को राष्ट्रीय राज्यमार्ग 43 को जोड़ने वाली राज्य कॉरिडोर क्रमांक 4 में आने वाली वाहन उड़ीसा, बंगाल और झारखंड से आती हैं। बगीचा चराई डांड कॉरिडोर क्रमांक 4 में चलने वाली वाहनो की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। बाहर से आने वाली इन वाहनो की संख्या तकरीबन एक हजार से ज्यादा हो चुकी है। राष्ट्रीय राज्य मार्ग 43 से सीधे आकर जुड़ने वाली इस कॉरिडोर में वाहनों की गति तीव्र होती है और सीधे एनएच 43 से मिलती हैं। बगीचा चौक में सवारी लेकर चलने वाली बसें सवारी उतारने चढ़ाने के लिए बस स्टैंड में ना घुसकर रोड में ही अपनी बसे खड़ी करते हैं। साथ ही यहां मोटरसाइकिल, ऑटो, निजी कार भी बेतरतीब ढंग से खड़ी रहती हैं जिससे आये दिन जाम लगा रहता है। जाम लगने से आये दिन यहां आवागमन अवरुद्ध होता है। बाहर से आने वाली वाहन काफी तीव्र गति से चलती हैं जिससे दुर्घटना की आशंका हर समय बनी रहती है।
★ स्टैंड डयूटी पर पुलिस पर जाम से मुक्ति नहीं
बस स्टैंड में प्रतिदिन दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी रहती है, परन्तु जाम से मुक्ति के लिए ये कोई काम नही करते।सभी सवारी वाहन अपनी बसें बस स्टैंड में खड़ी करें तो आये दिन लगने वाली जाम से निजात मिल सकती है। परन्तु अभी तक ऐसा प्रयास नही किया गया है। अंबिकापुर और सीतापुर से आने वाली सवारी बसें सड़क में ही बस खड़ी कर सवारी उतारते और बैठाते हैं। बेतरतीब ढंग से निजी वाहन चालक सड़क में ही अपनी वाहन खड़ी कर अपने काम करते हैं। यही माहौल मोटरसाइकिल चालकों का भी है। जिसे जहां जगह मिलती है, वहाँ अपनी बाइक खड़ी कर देते हैं। जिससे आये दिन जाम लगा रहता है।