★ 3 साल से सिटी बसों का संचालन बंद
चिरमिरी (एमसीबी)। नगर पालिक निगम चिरमिरी में 2015 में खरीदी की गई सिटी बसें अब कबाड़ हो चली है। मरम्मत और संचालन के अभाव में यह सिटी बसें निगम के यात्री प्रतीक्षालय डिपो में खड़ी है। निगम में करोड़ों रुपए खर्च कर आमजनता को कम किराए पर यात्रा का लाभ देने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में इन बसों की खरीदी की गई थी। लेकिन नगर निगम की सुस्त कार्यप्रणाली से यह बस चलने के बजाए अब जर्जर और कबाड़ हो चुकी है। नगर निगम चिरमिरी में सिर्फ दो बस चल रही है और पांच बस करीब 4 साल से बस स्टैण्ड में खड़ी-खड़ी कबाड़ हो रही है।
जानकारी के अनुसार कोविड काल से सिटी बसों का संचालन बंद कर दिया गया था। दो साल बाद फरवरी के अंतिम 10 सप्ताह से सिर्फ दो सिटी बसें चल रही है। शेष पांच सिटी बस पोड़ी बस स्टैण्ड में करीब तीन साल से खड़ी हैं। वहीं निगम अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम के प्रस्ताव पर सिटी बसों के लिए बजट मिलने के बाद मरम्मत कराई जाएगी। त्यौहारी सीजन में राहगीर व यात्रियों को ऑटो-टैक्सी में अधिक किराया देकर सफर करना पड़ता है। फिलहाल दो सिटी बसें चल रही है। पहली बस मनेंद्रगढ़ तक चलती है, जिसका संचालन सुबह 7 बजे पोड़ी कालरी से होकर कोरिया, गेल्हापानी, डोमनहिल, गोदरीपारा, बड़ा बाजार, हल्दीबाड़ी, पोड़ी होते हुए चिरमिरी से मनेंद्रगढ़ चलती है। इसकी पुनः वापसी का समय 11.15 चिरमिरी निर्धारित है। वहीं यह बस दुबारा 1.20 बजे चिरमिरी से मनेंद्रगढ़ के लिए रवाना होती है। चिरमिरी वापसी के लिए शाम 5.15 बजे समय निर्धारित है।
दूसरी सिटी बस सुबह 8 बजे पोड़ी डिपो से हल्दीबाड़ी, बड़ीबाजार, गोदरीपारा, डोमनहिल होते हुए चिरमिरी से बैकुंठपुर तक चलती है, जो पुनः चिरमिरी के लिए सुबह 10.30 बैकुंठपुर से रवाना होती है। यह बस चिरमिरी से 2.20 बजे बैकुंठपुर के लिए छूटती है और बैकुंठपुर से शाम 5.20 बजे चिरमिरी के लिए रवाना होती है।
कबाड़ होने की कगार पर बसें
कोरिया अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सोसायटी द्वारा सिटी बस परियोजना के तहत 7 बसो का संचालन शुरू किया गया था। निगम की 7 पोड़ी डिपो में खड़े-खड़े कबाड़ हो गई। डिपो में खड़ी बसों के टायर, बैटरी, वायरिंग, गेयर बॉक्स खराब हो चुके हैं, यहां तक कि बसों के सीट कवर फटने के साथ शीशे तक टूट चुके हैं। कई बसों के तो पहिए भी गायब हो चुके हैं। इन बसों के मेंटेनेंस पर करीब 7 से 10 लाख रुपए का खर्च आना है।
2015 में हुई थी सिटी बस खरीदी
चिरमिरी नगर निगम ने चार साल पहले कोरिया शहरी ट्रांसपोर्ट सोसायटी के साथ अनुबंध कर 2015 में सिटी बस सेवा शुरू की थी। कंपनी को निगम ने 7 बसे हैंडओवर की थी, लेकिन शुरूआत से ही सिर्फ 5 बसों का संचालन किया गया। कंपनी ने धीरे-धीरे घाटे वाले रूट पर बसों का संचालन बंद कर दिया और मार्च 2020 तक सिर्फ 4 रूट पर बसों का संचालन किया। इसके बाद कोरोना के कारण सिटी बस सेवा ही बंद कर दी गई।
लगातार लगते रहे हैं सांठगांठ के आरोप
लंबे समय से बिना किसी कारण सिटी बसों का संचालन करने के बजाए उन्हें कबाड़ के रूप में तब्दील किया जा रहा है। इसके बाद से निगम के अधिकारी व नेताओं पर निजी बसों के संचालकों से रुपए लेने के आरोप लगने लगे हैं। लोगों का कहना है कि सात में से केवल दो सिटी बसों का संचालन ही किया जा रहा है उनमें भी निजी बसों के जैसा ही किराया वसूला जा रहा है। वहीं किराया वसूलने के बाद मानक रसीद देने के बजाए कागज का चुटका दे दिया जाता है।
दोगुना किराया दे रहे विद्यार्थी
सिटी बसों का संचालन चिरमिरी से बैकुंठपुर व मनेंद्रगढ़ के लिए किया जाता था। इसमें औसतन रोजाना 500 लोग सफर करते थे। बसों का संचालन बंद होने से छात्रवर्ग और रोजी का काम करने वाले लोग परेशान हैं, उन्हें पहले अपनी यात्रा के लिए 20 से 25 रुपए चुकाने पड़ते थे, लेकिन अब उन्हें रोजाना इसके लिए 50 से 60 रुपए का खर्च आता है।