अंबिकापुर। राजीव गाँधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के विधि विभाग में आज शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस की पूर्वसन्ध्या पर विधिक सेवा प्राधिकरण, विधिक सेवा केन्द्र पीजी कॉलेज एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में “वर्तमान समय में मानवाधिकार के समक्ष चुनौतियाँ ” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्यवक्ता अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश डॉ. मुकेश तिवारी एवं डॉ. आरपी सिंह विशिष्ट अतिथि के रुप में थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रिज़वान उल्ला ने की।
कार्यक्रम के मुख्यवक्ता एडीजे डॉ. मुकेश तिवारी ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मानवाधिकारों के संरक्षण की आवश्यकता एवं उसके संरक्षण में आ रही चुनौतियों को विस्तृत रुप से प्रस्तुत किया। साथ ही विधि के छात्रों को एक अच्छा अधिवक्ता एवं न्यायधीश बनने हेतु मार्गदर्शन दिया। छात्र पीयूष कुमार त्रिपाठी, वकील अंसारी, गौतम गुप्ता, उमेश कुमार, ऋषिराज सिंह, हामिद अंसारी सहित अन्य छात्रों के द्वारा पूछे गए विषय प्रश्नों का उत्तर मुख्यवक्ता द्वारा देकर उनकी जिज्ञासा को शान्त किया गया। विशेष अतिथि डॉ आरपी सिंह ने मानावधिकारों की उत्पति, विकास व भूमिका को विस्तार से बताया। विधि विभाग के सहायक प्राध्यापक माधवेंद्र तिवारी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विधि विभाग के विभागाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने विषय प्रवर्तन करते हुए मानवाधिकारों की उत्पत्ति तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसके महत्त्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. रिज़वान उल्ला ने अपने उद्बोधन में मानवाधिकारों के संरक्षण में विधि के विद्यार्थियों एवं अधिवक्ताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका को समझाया। डॉ. मिलेन्द्र सिंह ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम संचालन देवप्रकाश दुबे ने किया।
कार्यक्रम में एनएसएस के अधिकारी राजीव कुमार, विधि विभाग के शिक्षकगण डॉ. तरुण राय, पंकज अहिरवार, मोहन कश्यप, पूनम सोनवानी उपस्थित रहे। जिनके द्वारा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मानवाधिकारों के संरक्षण विषय पर अपने विचार रखे गए। मानवाधिकारों से सम्बन्धित विषयों पर विधि विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टर और रंगोली भी बनाई गई, जिसका अवलोकन अतिथियों द्वारा कर उसकी प्रशंसा की गई।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में विधि विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।