अंबिकापुर। शहर के ऑक्सीजन पार्क स्थित हाथी पखना में भगवान गणपति की भव्य प्रतिमा एवं मंदिर की स्थापना होगी। इसे लेकर शुक्रवार को अंबिकापुर शहर के 151 से अधिक मंदिर मठ के पुजारियों ने एक साथ गणपति धाम (हाथी पखना) स्थल पर एकत्रित होकर पूजा अर्चना की एवं भव्य प्रतिमा एवं मंदिर बनाने एक साथ संकल्प लेते हुए शंखनाद किया। सैकड़ों पुजारियों के द्वारा एक साथ शंखनाद से आसपास का पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। पुजारियों ने एक साथ मंत्रोच्चारण कर भगवान गणपति की स्थापना के लिए ईश्वर का आह्वान किया,इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण एवं बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति के सदस्य मौजूद थे।
गौरतलब है कि शहर अंबिकापुर में प्रथमपूज्य लंबोदर महाराज जी के भव्य स्थाई मंदिर की स्थापना नहीं हो पाई है, इस कमी को मठ, मंदिरों के पुजारी लगातार महसूस करते रहे हैं। बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापन समिति विगत 10 वर्षों से गणपतिधाम (हाथी पखना) में गणपति मंदिर व गणपति प्रतिमा स्थापित करने की दिशा सार्थक प्रयास कर रही है। समिति इस स्थान में यहाँ मौजूद विशाल शिला को भगवान गणेश की प्रतिमा मान कर उनका पूजा अर्चना करते रहे हैं।
बालगंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति संरक्षक भारत सिंह सिसोदिया,राजीव अग्रवाल हरमिंदर सिंह टिन्नी एवं समिति के अध्यक्ष संतोष बिहाडे(गोल्डी)ने पुजारियों के आह्वान पर अपनी उपस्थिति देते हुए गणपति की भव्य प्रतिमा एवं मंदिर स्थापना का संकल्प लिया।
समिति के संरक्षक भारत सिंह सिसोदिया एवं राजीव अग्रवाल ने बताया कि विगत सात वर्षों से बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति द्वारा शहर में सामूहिक गणेश विसर्जन कार्यक्रम घड़ी चौक पर आयोजित करते आ रहा है। जिसकी शुरुआत हाथी पखना में स्थित गणपति धाम से वंदना करें एवं यहां से मिट्टी लेकर शहर में स्थापित गणेश प्रतिमा के पंडालों में मिट्टी रखकर करते हैं, इसके बाद भी गणपति स्थापना जगह-जगह होती है। आज जिस प्रकार का संकल्प शहर के पुजारियों द्वारा लिया गया है इससे शहर में और भक्तिमय माहौल निर्मित होगा।शहर के सभी लोग गणपति जी का एक स्थान पर आकर दर्शन कर सकेंगे और शहर के लोग और जागृत होंगे।हाथी पखना में आवाजाही और बढ़े एवं यहां से एक मुट्ठी मिट्टी लेकर पंडालों में गणपति जी की स्थापना करें,इससे एक सर्किट बनेगा और लोग मटकोडन के लिए यहां आएंगे जिससे शहर में एक अच्छा वातावरण निर्मित होगा। इस संकल्प कार्यक्रम में पुजारियों में प्रमुख रूप से पंडित विजय शंकर तिवारी,पंडित कृष्ण तिवारी,पंडित वेंकटेश्वर उपाध्याय,पंडित अभिषेक दुबे,पंडित पीतांबर चक्रवर्ती,पंडित पवन द्विवेदी सहित बाल गंगाधर तिलक गणपति समिति के शरद सिन्हा,अनीश सिंह,धीरज सिंह,रितेश राय, नीरज पांडे सहित लोग मौजूद थे।