अंबिकापुर @thetarget365 नगर निगम अंबिकापुर, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने हाई कोर्ट के आदेश पर इमलीपारा स्थित 100 साल से अधिक पुराने जर्जर भवन को सील कर दिया। यह मामला लंबे समय से विवादित था और सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने कार्यवाही को अंजाम दिया।
साधना कश्यप की मांग और आत्मदाह की चेतावनी
उक्त भवन पर कार्रवाई की मांग आवेदिका साधना कश्यप द्वारा लंबे समय से की जा रही थी। साधना ने आरोप लगाया था कि भवन के जर्जर होने के कारण यह आसपास के लोगों के लिए खतरा बन चुका है। प्रशासन की उदासीनता से परेशान होकर साधना ने सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली। इसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
हाई कोर्ट का आदेश और प्रशासन की कार्रवाई
हाई कोर्ट के आदेशानुसार नगर निगम अंबिकापुर के आयुक्त ने तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया। आदेश के तहत भवन में रह रहे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उनकी संपत्ति को भी भवन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में भवन को पूरी तरह सील कर दिया गया।
भवन पर चेतावनी चस्पा
सीलिंग के दौरान प्रशासन ने भवन पर स्पष्ट चेतावनी चस्पा की कि कोई भी व्यक्ति इस भवन का उपयोग न करे और इसके आसपास भी प्रवेश से बचे। यह कदम लोगों की सुरक्षा और संभावित हादसों को रोकने के लिए उठाया गया।
प्रशासन की तत्परता से खत्म हुआ विवाद
लंबे समय से विवादित इस मामले को सुलझाने में जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस प्रशासन की भूमिका सराहनीय रही। कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रही। उक्त कार्यवाही नगर निगम के इंजीनियर राजेश कुमार राम के नेतृत्व में भवन शाखा की टीम द्वारा की गई।
जन सुरक्षा को प्राथमिकता
प्रशासन ने यह कदम उठाकर स्पष्ट संदेश दिया है कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। 100 साल पुराने इस भवन को लेकर लंबे समय से विवाद और खतरा बना हुआ था, लेकिन अब इस पर कार्रवाई कर मामले को सुलझा लिया गया है। इस कार्रवाई से न केवल आवेदिका साधना कश्यप को राहत मिली है, बल्कि आसपास के निवासियों का भी प्रशासन पर विश्वास मजबूत हुआ है।