■ चार दिवसीय प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के बीच जमकर हुआ मुकाबला
■ संभाग दुर्ग रहा ओवरऑल चैंपियन
अंबिकापुर। 23 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का मंगलवार को शानदार समापन शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैदान में हुआ। चार दिनों तक चली इस प्रतियोगिता में तीन विधाओं खो-खो, बास्केट बॉल एवं शतरंज खेल में मुकाबला हुआ। जिसमें पांचों संभाग से आए 14 वर्ष, 17 वर्ष व 19 वर्ष आयुवर्ग के बालक- बालिका वर्ग में कुल 390 खिलाड़ियों ने जोश के साथ जीत हासिल करने जोर लगाया। संभाग दुर्ग ओवरऑल चैंपियन रहा। अब संभाग स्तरीय खेल के विजेता राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में खेलेंगे।
समापन कार्यक्रम में अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में राज्य गीत के साथ दीप प्रज्ज्वलन एवं स्पर्धा ध्वजारोहण के साथ किया गया। इसके बाद खिलाड़ियों ने सम्भागवार मार्चपास्ट किया। इस अवसर पर बीस सूत्रीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने सभी खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रदर्शन पर बधाई दी तथा उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जीवन में खेल और अनुशासन बहुत आवश्यक है, अनुशासित रहकर अपने सपनों को पूरा करें। कलेक्टर कुंदन कुमार ने समापन समारोह में शामिल सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि इस क्रीड़ा प्रतियोगिता के दौरान बच्चों की सुविधा हेतु जिला प्रशासन द्वारा समस्त व्यवस्थाएं की गई। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी जीत गए उन्हें बधाई, लेकिन दूसरे और तीसरे नंबर पर आने वाले खिलाड़ियों को भी निराश होने की जरूरत नहीं है। आप में संभावनाएं हैं, अगली बार जीत जरूर होगी। उन्होंने बच्चों से अपील की कि खेल के साथ साथ शिक्षा पर भी ध्यान दें। आपकी आकांक्षाएं बहुत ऊंची हैं, और उन्हें पूरा करने के लिए अपनी पढ़ाई पर जरूर फोकस करें। अपने परिजनों और शिक्षकों का आदर करें। उन्होंने बच्चों से आगामी निर्वाचन में मतदान के प्रति अपने परिवार और क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने की अपील की। जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येशवर शरण सिंहदेव ने सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई दी तथा कहा कि जो जीत ना सके वे निराश ना हों, प्रयास करते रहें जीत जरूरी मिलेगी। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ तेलघानी बोर्ड के सदस्य लक्ष्मी गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा, स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिले के अधिकारी तथा सभी खिलाड़ी मौजूद थे।