बतौली (सरगुजा)। नवरात्रि के अवसर पर सरगुजा के सबसे बड़े मेले के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके शांतिपारा मेला के आयोजन की भव्य तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। यहां तीन दिवसीय मेला पिछले 38 वर्षों से लगाया जा रहा है। दूर दराज तक इसकी प्रसिद्ध हो चुकी है। अध्यात्म और मनोरंजन से भरपूर मेला लोगों के स्वागत के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि पिछले 38 वर्षों से बतौली क्षेत्र के शांतिपारा में विशाल मेला शारदीय नवरात्र के अवसर पर लगाया जाता है। वर्ष दर वर्ष इसकी प्रसिद्धि बढ़ती गई है। दूर-दराज से व अन्य प्रांतों से व्यवसायी इस मेले में अपनी दुकान लगाने आते हैं। प्रतिवर्ष अंबिकापुर और पत्थलगांव तक से लोग मेले में घूमने के लिए आते हैं। पारंपरिक स्वरूप में यह मेला अपने आप में अनूठा है। सोशल मीडिया के दौर में जब लोग मनोरंजन के लिए प्राचीन परंपराओं की तलाश में रहते हैं, ऐसे में यह मेला अपना अस्तित्व लोगों के सामने पेश करता है। कठपुतली नाच, तरह-तरह के झूले, पारंपरिक आदिवासी नृत्य, ठेठ मीना बाजार यही इसकी पहचान है। छोटे बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सभी इस मेले में घूमने आते हैं। मेला आयोजन के दौरान शाम से देर रात तक अनवरत दूरस्त अंचलों, पहाड़ों से पंक्तिबद्ध होकर मेला दर्शन करने आते हुए ग्रामीणों को देखा जा सकता है। शांतिपारा मेला के लिए इस बार भव्य तैयारियां अब अपने अंतिम चरणों में हैं। बंगाल से आए हुए कलाकारों ने भव्य पंडाल निर्मित किया है, जो आकर्षण केंद्र बना हुआ है। इसके अलावा 10/10 का एक सेल्फी प्वाइंट भी लोगों को अपनी और आकर्षित कर रहा है। दशहरा के दिन 35 फीट ऊंचे रावण का दहन किया जाएगा। अष्टमी, नवमी, दशमी लगातार तीन दिनों तक मेले का आयोजन होगा। यहां तीन दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन की परंपरा रही है। इस बार भी रायपुर, कोरबा और सरगुजा के कलाकार अपनी छ्टा बिखेरेंगे। दूर-दराज से लोगों को इस मेले में शिरकत करने के लिए आयोजन समिति ने भी आमंत्रित किया है। मेला आयोजन में प्रमुख रूप से वीरेंद्र सिंह, माखन गुप्ता, सुमन गोयल, प्रवीण गर्ग, केश्वर सोनवानी, अनिरुद्ध सरपंच, प्रशांत गोयल, नवीन गुप्ता, अतुल गुप्ता, महेंद्र पाल, बालमुकुंद यादव, राजेश पैंकरा, संतोष सिंह, महेश तिग्गा, पटेल सर ,भार्गव और समस्त ग्रामीण जन की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यह मेला स्थानीय व्यवसायियों के लिए भी आर्थिक क्रियाकलाप और उन्नति के द्वार खोलता है।
प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां पूरी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल सरगुजा क्षेत्र में बारिश की संभावना नहीं है। इसे देखते हुए मेला समिति काफी उत्साहित है। लोगों को मनोरंजन के लिए पर्याप्त अवसर मिल सकेगा।इसके अलावा माता के पंडाल में सुबह और शाम विशेष आरती संपन्न की जा रही है। क्षेत्र में बतौली और सेदम में भी नवरात्र के अवसर पर विशेष आयोजन संपन्न हो रहे हैं। दोनों जगहों पर भी रावण दहन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों की व्यवस्था की गई है। शांतिपारा में आयोजन के सफल संचालन के लिए जिला पुलिस बल और स्थानीय पुलिस बल की भी तैनाती रहेगी। पिछले दिनों अनुविभागीय अधिकारी सीतापुर रवि राही ने आयोजन समिति के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की थी, जिसमें मेला संचालन के संबंध में मानक परिस्थितियां बनाए रखने हेतु समिति को निर्देशित किया गया है।