अंबिकापुर @thetarget365 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एनसीईआरटी परख, नई दिल्ली के निर्देशानुसार 3 से 7 फरवरी 2025 तक छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, रायपुर के सभाकक्ष में 5 दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला एचपीसी (होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड) एवं प्रश्न पत्र टेम्पलेट (QPT) के मानकीकरण के लिए आयोजित की गई, जिसमें एनसीईआरटी परख के विभागाध्यक्ष प्रो. इंद्राणी भादुरी के मार्गदर्शन में तीन विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया।
सरगुजा जिले से जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा के आदेशानुसार मास्टर ट्रेनर के रूप में नीरज शुक्ला (शा. उ. मा. वि. कतकालो), करन जोगी, शिरीष नंदे (गणित, शा. उ. मा. वि. अजिरमा) एवं कमलेश सिंह (भूगोल, शा. उ. मा. वि. खैरबार) ने भाग लिया। प्रशिक्षण के पहले दो दिन होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (HPC) पर और अगले तीन दिन प्रश्न पत्र निर्माण प्रक्रिया पर केंद्रित रहे। इस दौरान प्रतिभागियों को ब्लूप्रिंट निर्माण, मूल्यांकन के चरणों और प्रश्न निर्माण की बारीकियों से अवगत कराया गया।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव पुष्पा साहू ने कहा कि होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड विद्यार्थियों के समग्र मूल्यांकन का एक सशक्त माध्यम है, जिससे बच्चों के सभी पक्षों का विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से चयनित शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया, जो नए शिक्षा सत्र में अपने-अपने जिलों में हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों और व्याख्याताओं को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
एनसीईआरटी परख की विभागाध्यक्ष प्रो. इंद्राणी भादुरी ने समतुल्यता और डिजिटल अधिगम की अनिवार्यता पर जोर दिया। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष रेणु जी. पिल्ले और सचिव पुष्पा साहू ने कक्षा शिक्षण में सुधार, आकलन और मूल्यांकन के महत्व पर दिशा-निर्देश दिए। कार्यशाला का संचालन एनईपी-2020 के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार साहू ने किया। इस दौरान सहायक प्राध्यापक प्रीति शुक्ला, मनीषि सिंह, शिवा सोमवंशी सहित मंडल के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।