अंबिकापुर @thetarget365 निवेशकों को रकम दोगुनी करने का झांसा देकर वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया। पीड़ितों की शिकायत पर थाना गांधीनगर में कंपनी के डायरेक्टर्स व पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
कैसे हुई ठगी?
मैनपाट निवासी देवराज यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि कंपनी ने नमनाकला, अंबिकापुर में कार्यालय खोलकर निवेशकों को झूठे लाभ का लालच देकर रकम जमा कराई। बाद में कंपनी अचानक बंद कर दी गई। अब तक की जांच में 8 करोड़ रुपये की ठगी सामने आई है, जो और बढ़ सकती है।
विवेचना में खुलासे
जांच के दौरान निवेशकों की सूची, कंपनी के दस्तावेज, रजिस्ट्रेशन, बुकलेट आदि जब्त किए गए। रिजर्व बैंक व रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़ से जानकारी मांगी गई, जिससे पता चला कि वेलफेयर कंपनी को वित्तीय लेनदेन की अनुमति नहीं थी।
कंपनी ने चेन सिस्टम बनाकर स्थानीय लोगों को एजेंट बनाया और सीधे-साधे निवेशकों से करोड़ों रुपये वसूले। जब ठगी का पर्दाफाश हुआ, तो कंपनी के अधिकारी फरार हो गए।
जोनल मैनेजर गिरफ्तार
पुलिस ने कंपनी के जोनल मैनेजर विनीत कुमार पाण्डेय
पिता कामेश्वर पाण्डेय 52 वर्ष निवासी शिवम् गार्डन, किलबर्न कॉलोनी, हीनू, रांची (मूल निवासी ग्राम गोगदा, जिला पलामू) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अंबिकापुर में सेमिनार आयोजित कर निवेशकों को झांसे में लिया और कंपनी से खुद भी लाभांश प्राप्त किया। पूछताछ में उसने ठगी की बात कबूल की। अन्य डायरेक्टर्स व पदाधिकारियों की तलाश जारी है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही शेष आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
कार्यवाही में थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख, उप निरीक्षक नवल किशोर दुबे, एएसआई विवेक पाण्डेय, आरक्षक अरविन्द उपाध्याय, देवेंद्र पाठक, सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, रमेश राजवाड़े की अहम भूमिका रही। पुलिस अब अग्रिम जांच में जुटी है और निवेशकों से अपील कर रही है कि वे अपनी शिकायतें दर्ज कराएं ताकि सभी दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।