अंबिकापुर। बसंतपुर पुलिस ने जांच के दौरान गांजा लोड ट्रक को छोड़कर भाग रहे चालक को दौड़ा कर पकड़ा। धनवार चेक पोस्ट में नियमित तलाशी को देखकर ट्रक चालक भागने लगा था। ट्रक की जांच में पुलिस ने बोरों में भरा 92 किलो गांजा बरामद किया है।
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक डा लाल उमेद सिंह के निर्देश पर इन दिनों जिले के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में बेरियर लगाकर वाहनों की जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश की सीमा पर धनवार बेरियर में भी बसंतपुर पुलिस के अधिकारी वाहनों की जांच कर रहे थे। मंगलवार को थाना प्रभारी बसंतपुर निरीक्षक कुमार चंदन सिंह, उप निरीक्षक विजय दुबे, उप निरीक्षक डाकेश्वर सिंह की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ व उत्तरप्रदेश की ओर से आने-जाने वाली वाहनों की बारीकी से जांच की जा रही थी। उसी दौरान अंबिकापुर की ओर से तेज गति से ट्रक क्रमांक ओडी 17 जेड 1158 को लेकर चालक जा रहा था। बेरियर में वाहनों की जांच होता देख थोड़ी दूर पहले ही ट्रक रोककर चालक जंगल की ओर भागता दिखा। पुलिसकर्मियों को संदेह हुआ। तत्काल कई पुलिस कर्मी उसे दौड़ाकर पकड़ाने में कामयाब हो गए। जब ट्रक के डाले की जांच की गई तो कई बोरे मिले। इन बोरो में गांजा भरा हुआ था। पुलिस ने ट्रक व गांजा को जब्त कर आरोपित चालक पंकज कुमार गुप्ता 48 वर्ष निवासी बरगढ़, कालापानी ओडिशा को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रक से कुल 92 किलो गांजा पाया गया। वाहन चालक को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा रहा है। कार्रवाई में निरीक्षक कुमार चंदन सिंह, उप निरीक्षक विजय दुबे, उप निरीक्षक डाकेश्वर सिंह, प्रधान आरक्षक पंकज पोर्ते, हृदयानन्द यादव, आरक्षक अंकित जायसवाल सक्रिय रहे।
किश्त जमा नहीं कर पाने पर उतरा गांजे के धंधे में
पुलिस पूछताछ में आरोपित ट्रक चालक ने बताया है कि उसने बैंक से कर्ज लेकर ट्रक खरीदा है। हर माह उसे किश्त अदा करना पड़ता है। दो महीने से वह किश्त जमा नहीं कर पा रहा था। इसी बीच ओडिशा के बरगढ़ में एक व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई थी। उसी ने गांजा बनारस तक पहुंचा देने पर 70 से 80 हजार रुपये देने का वादा किया था। लालच में आकर वह इस धंधे में आ गया था। हालांकि गांजा तस्करों द्वारा पुलिस के समक्ष सच्चाई नहीं बताई जाती है। यह भी संभव है कि पहले भी वह इस रूट से गांजा की तस्करी कर चुका होगा। ट्रक में गांजा के बोरे ही भरे थे। दूसरा कोई सामान लोड नहीं था।