अंबिकापुर। संसद में सांसद दानिश अली के खिलाफ उनके धर्म विशेष के कारण अनर्गल, अपमानजनक व विवादित टिप्पणी करने वाले संसद सदस्य रमेश बिधूड़ी को सदन से निष्कासित करने की मांग अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस के प्रदेश महासचिव परवेज आलम ने की है। इस संबंध में उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भी प्रेषित किया है।
परवेज आलम ने पत्र में लिखा है कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां विधि के समक्ष सभी धर्म, भाषा, लिंग, जाति, रंग के लोगों के बराबरी का अधिकार प्राप्त है एवं संविधान इसका संरक्षण करता है। भारत के संविधान का अनुच्छेद भारत के समस्त नागरिकों को समानता का अवसर देता है, वहीं 19 (2) अभिव्यक्ति की आजादी को प्रतिबंधित भी करता है, वहीं 21 सितंबर को दक्षिण दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने सांसद दानिश अली पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर उन्हें उनके धर्म इस्लाम की वजह से आतंकवादी, उग्रवादी मुल्ला जैसे अपमानजनक शब्दों से संबोधित किया। जिसका प्रसारण टीवी चैनल व इन्टरनेट के माध्यम से दुनिया भर में हुआ। जिससे अल्प संख्यक समुदाय में आक्रोश है। इससे देश के अल्पसंख्यक वर्ग के साथ-साथ धर्म निरपेक्ष मूलों में आस्था रखने वाला बहुजन समुदाय भी आहत है। लेकिन संसद सदस्य बिधूड़ी द्वारा एक अन्य सदस्य दानिश अली को धार्मिक आधार पर अपमानित किया गया जो घोर निंदनीय एवं असंवैधानिक है।
परवेज आलम ने पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि सांसद रमेश बिधूड़ी को संसद से निष्कासित कर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।
आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
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