अंबिकापुर। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रत्याशी घोषित कर भाजपा भले ही बढ़त लेने का दावा कर रही हो लेकिन घोषित प्रत्याशियों को लेकर संगठन और कार्यकर्ताओं के बीच मचे उठा पटक को शांत कर पाना दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है। नाराजगी का आलम देखिए मैदानी कार्यकर्ता तो दूर विधानसभा और जिला के प्रभारी भी अपने प्रभार क्षेत्र में काम करने तैयार नहीं है।
सरगुजा संभाग की अंबिकापुर विधानसभा सीट को छोड़ सभी 12 सीटों पर भाजपा की स्थिति साफ हो चुकी है। काफी पहले प्रत्याशी घोषित कर लाभ लेने के चक्कर में भाजपा को काफी मान-मनोवल के दौर से गुजरना पड़ेगा। पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कैडर बेस्ड पार्टी का कैडर ही काम करने को तैयार नहीं है। संगठन के जिम्मेदार नेता दबे स्वर में इसे स्वीकार भी कर रहे हैं। उनका दावा है एक-आध सप्ताह में सब ठीक कर लिया जाएगा। चुनावी तैयारी में बढ़त लेते हुए भाजपा दो महीने पहले ही जिला और विधानसभा प्रभारियों को जिम्मेदारी देकर फील्ड में जाने कहा था। टिकट वितरण में संघ और विचारधारा की अनदेखी से उपजे अंतर्कलह से अब तक ज्यादातर प्रभारी घरों से निकले ही नहीं। सरगुजा जिला का प्रभार संघ से जुड़े और श्रम कल्याण मण्डल के पूर्व अध्यक्ष ज्योतिनंद दुबे को दिया गया था, वे विगत ढाई महीने से एक बार भी सरगुजा में नहीं देखे गए। यही स्थिति अंबिकापुर विधानसभा प्रभारी रामकृपाल साहू, सीतापुर प्रभारी उपेंद्र दुबे और लुंड्रा प्रभारी शिवनाथ यादव की भी है।परिवर्तन यात्रा में जशपुर और प्रतापपुर की उपस्थिति को छोड़ दें तो सम्भाग के प्रभारी संजय श्रीवास्तव स्वयं डेढ़ महीने से सरगुजा नहीं आये। जानकर बताते हैं कांग्रेस की बीमारी भाजपा में घर कर गयी है। न सिर्फ उत्तर सरगुजा बल्कि समूचे छत्तीसगढ़ में कमोबेश यही स्थिति है। कांग्रेस से लड़ने के बजाए भाजपाई आपस में ही भिड़े हुए हैं।
एकाध हफ्ते में सब लाइनअप हो जाएगा, स्थानीय स्तर पर कई इशू रहते हैं। यदि कोई अपने विधानसभा क्षेत्र में काम नहीं करना चाहता है तो उसे बदला भी जा सकता है। सभी के पास जिम्मेदारी है। मैं भी जल्द ही आऊंगा। सरगुजा संभाग के साथ साथ अन्य विधानसभा सीटों पर भी मेरी जवाबदेही है वहां भी जाना पड़ता है। परिवर्तन यात्रा में पत्थलगांव, प्रतापपुर में आना हुआ था। जल्द ही सब ठीक हो जाएगा। स्थानीय प्रभारी भी जल्द ही आपको विधानसभा में देखने मिलेंगे।
संजय श्रीवास्तव
संभागीय प्रभारी एवं प्रदेश प्रवक्ता