अंबिकापुर। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के अवसर पर सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी एवं जन शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये। जन शिक्षण संस्थान के सभा कक्ष में पर्यावरण एवं प्रकृति विषय पर चित्रकला एवं लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशिक्षण ले रहे बच्चों सहित शिक्षकों ने भी हिस्सा लिया।
पर्यावरण प्रदूषण को लेकर छात्र-छात्राओं ने कई ऐसे चित्र बनायें जो कि समाज के लिये शिक्षाप्रद है। बिजली की बचत, कागज का उपयोग कैसे करें, प्लास्टिक बैन, धुंआ से छुटकारा, ग्लोबल वार्मिंग, पौधा रोपण, कचड़े को जलाने से रोकने सहित कई संदेशपरक चित्रों ने सोचने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जन शिक्षण संस्थान के निदेशक एम सिद्दीकी ने कहा कि हमें अपने प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाना है तभी इस दिन को मनाने का वास्तविक संदेश जन-जन तक पहुंचेगा। नहीं तो ऐसे तो कई दिवस हम मनाते रहते हैं। यदि हम पौधा लगा रहे हैं तो वृक्ष बनने तक उसका संरक्षण करें, वृक्ष को काटने से बचायें। कचड़े को कोई खुले में जलाता है तो इसे रोके, इधर-उधर कोई कचड़ा न फैलायें। ऑक्सिजन उत्पन्न करने वाले पौधों एवं फलदार पौधों को लगाने पर ही जोर दें जैसे कई विषयों को रखा। सरगुजा साइंस ग्रुप के संस्थापक अंचल ओझा ने कहा कि कार्बन का उत्सर्जन कम से कम हो इस पर हम सभी को ध्यान देना है। यदि हम अपने दिनचर्या में ऐसा कुछ कर सकते हैं तो इस पर विचार करना चाहिए। बिजली बनाने के लिये कोयले को जलाया जाता है और उससे कार्बन उत्सजर्न होता है, यदि बिजली का व्यर्थ उपयोग कर रहे हैं, चाहे वह बिजली के बल्ब के रूप में हो या फिर किसी अन्य साधन सुविधा के रूप में इस पर ध्यान देने की जरूरत है। यह विशेष दिवस भोपाल गैस त्रासदी को याद करते हुए हम हर साल मनाते हैं। इस विशेष दिन पर हम केवल पम्पलेट पोस्टर बांटने, बनाने एवं भाषण देने तक न रहें। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिये यदि एक भी संकल्प लें और सार्थकता से उसे पुरा करें तो हम अपने और प्रकृति के साथ न्याय कर पायेंगे।
सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी द्वारा अनिता पब्लिक स्कूल कतकालो, छग विद्या निकेतन राता एवं सरहरी में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूली बच्चों को पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण होने से आसपास कैसे रोक लगा सकते हैं और आवाज़ उठा सकते हैं, इस पर खुल कर चर्चा हुई। इस दौरान बच्चों को वृक्षा रोपण, जल संचय सहित कई पोस्टर एवं पम्पलेट देकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। बच्चों ने पर्यावरण, प्रकृति एवं प्रदूषण को लेकर कई चित्र बनायें। बच्चों ने स्वच्छता थीम पर सर्वाधिक चित्रकारी की। इस दौरान बच्चों को वृक्षारोपण एवं उसके संरक्षण की भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम के आयोजन में छग विद्या निकेतन के प्रमोद ओझा, अजय सिंह, हामिद, आंचल कुशवाहा, शिल्पी गुप्ता, रमेश यादव, वंदना मानिकपुरी, अंजुमाला तिर्की, विवेक सिंह, पीजी कॉलेज की छात्रायें पल्लवी, हेमवंती, ललिता सहित संतलाल ने सक्रिय भूमिका निभाई।
वहीं छग विद्या निकेतन राता के बच्चें पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से घरों में वृक्ष लगाकर उसका संरक्षण कर रहे हैं। हर साल बच्चों से उनके वृक्ष के साथ खड़े होकर पर्यावरण दिवस पर फोटो मंगाये जाते हैं और उन्हें सम्मानित किया जाता है। जिससे वृक्षारोपण एवं उसे संरक्षित करने को लेकर बच्चे जागरूक हुए हैं। वहीं बच्चों से बड़े भी प्रेरित हो रहे हैं।