सीतापुर (सरगुजा)। वन विभाग के अथक प्रयासों के बाद भी क्षेत्र में जंगली हाथियों का प्रकोप थमने का नाम नही ले रहा है। बीती रात वन विभाग द्वारा पीछा करते हुए जशपुर जिले के जंगल में पहुँचाने के बाद भी जंगली हाथी वापस जंगल लौट आया। इस दौरान जंगल किनारे एक विक्षिप्त युवक को घूमता देख हाथी ने उस पर हमला कर दिया। जिससे युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद मौके पर पहुँचे वन विभाग के अधिकारियों ने युवक का पीएम करा शव परिजनों को सौंप दिया।
उक्त घटना ग्राम एरंड से बेनई जाने वाले मार्ग की है। जहाँ 4 बजे भोर में जंगल किनारे घूम रहे 35 वर्षीय विक्षिप्त युवक कलेश्वर नागवंशी आ. ठिना राम निवासी एरंड के ऊपर दंतैल हाथी ने हमला कर दिया। जिससे युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से पहले वन विभाग के अधिकारियों ने बतौली क्षेत्र के सलेयाडीह जंगल मे अकेले भटक रहे इस दंतैल हाथी को जशपुर जिले के जंगल तक पहुँचा दिया था। अधिकारियों ने घेराबंदी करते हुए दंतैल हाथी को तीन बजे भोर में जशपुर जिले के सरहद पर स्थित जंगल तक छोड़कर आये थे। जहाँ से वापस लौटकर जंगली हाथी 4 बजे भोर में ग्राम एरंड के जंगल पहुँच गया। इसी दौरान एरंड से बेनई मार्ग पर भटक रहा एक विक्षिप्त युवक हाथी के सामने आ गया। जिस पर दंतैल हाथी ने जानलेवा हमला कर दिया और पैरों से रौंदकर उसे मार डाला। इस घटना की सूचना के बाद पुलिस बल के साथ वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुँचे। घटना स्थल से मृतक का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहाँ पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
इस संबंध में वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने बताया कि इस हादसे के बाद पीड़ित परिवार को उपवनमण्डलाधिकारी प्रेमचंद्र मिश्रा द्वारा 25 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई है। सप्ताह भर के अंदर मुआवजे की शेष राशि 5 लाख 75 हजार पीड़ित परिवार को दे दिया जायेगा।