प्रतापपुर (सूरजपुर)। अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर समूचे छत्तीसगढ़ के डाक सेवक 12 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। इसी क्रम में उप डाकघर प्रतापपुर के अंतर्गत आने वाले 28 ग्रामीण शाखा डाकघरों में भी डाक संबंधी कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ गए हैं। डाक सेवकों के हड़ताल पर चले जाने से डाक वितरण सहित अन्य विभिन्न सेवाएं बाधित हो गई हैं।
बता दें कि अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आव्हान पर सात सूत्रीय मांगों को लेकर 28 डाकघर के ग्रामीण डाक सेवक शौक नही मजबूरी है, हड़ताल करना जरूरी है जैसे नारों के साथ उप डाकघर प्रतापपुर के परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं। इस संबंध में ग्रामीण डाक सेवकों ने बताया कि हमारे केंद्रीय नेतृत्व से मिले निर्देश के बाद हम अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर 12 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। हम लंबे समय से शासन प्रशासन से सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए अपनी मांगें रख रहे थे पर आज तक सिवाए आश्वासन के और कुछ नहीं मिला। इसलिए अब अब हम शासन प्रशासन को नींद से जगाने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। डाक सेवकों ने कहा कि हमें खाली हाथ सेवानिवृत्त होना मंजूर नहीं है इसलिए जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगे। इस दौरान धरना स्थल पर डाक सेवकों में संदीप कश्यप, दीपक, रवि, प्रीति राजवाड़े, मनराज, बालसाय, आनंद कुमार, दिलीप पांडेय, विमलेश कुमार, अजित पटेल, अनिल गुप्ता, महेंद्र गुप्ता, श्यामलाल, दलसाय, अशोक सिंह, नीरज कुमार, रामायण जायसवाल, करीमन आदि उपस्थित थे।
★ यह हैं डाक सेवकों की मांगें
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे डाक सेवकों की प्रमुख रूप से सात मांगे हैं जिनके अंतर्गत प्रतिदिन 8 घंटे का काम, पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ, कमलेश चन्द्र कमेटी की सभी सिफारिश को लागू करना जैसे 12, 14, 36, 5 लाख ग्रेजवेटी व 180 दिनों की छुट्टी को आगे बढ़ाना व नगद भुगतान करना। ग्रामीण डाक सेवकों के एसडीबीएस में सेवा निर्वहन लाभ 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने, सेवानिवृत्त होने पर ग्रामीण डाक सेवकों को पेंशन प्रदान करने, ग्रामीण डाक सेवकों को प्रोत्साहन योजना जैसे आईपीपीबी, आरपीएलआई को समाप्त करने, मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार के अनुरूप गणना कर भुगतान करने, व्यावसायिक लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारियों को उनके स्वयं के मोबाइल से फेसबुक, इंस्टाग्राम व सोशल मिडिया का पालन करने के लिए उनकी इच्छा व जानकारी के विरूद्ध आदेश जारी करने जैसे उत्पीड़न रोकने, समान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत को लागू कर 5 घंटे का टीआरसीए सहित सभी भेदभाव को समाप्त कर नियमित कर्मचारियों के समान वार्षिक वेतन वृद्धि सुनिश्चित करने, शाखा डाकघरों का कार्य बढ़ाने के लिए सभी शाखा डाकघरों को लेपटाप, प्रिंटर और ब्राडबेंड नेटवर्क प्रदान करने जैसी मांगें हैं। जिन्हें डाक सेवकों ने जल्द पूरा करने की मांग की है जिससे वे सभी ग्रामीण क्षेत्र में डाक का वितरण, आधार अपडेट, बैकिंग सहित अन्य जरुरी सेवाएं प्रदान कर सकें।