★ केंद्र सरकार के काले कानून के विरोध में 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर छत्तीसगढ़ के ड्राइवर
रायपुर। हिट एंड रन कानून के विरोध में एक बार फिर आज बुधवार से छत्तीसगढ़ के ट्रक और बस चालक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। इस बार आंदोलन के समर्थन में छत्तीसगढ़ हाईवा परिवहन संघ भी सामने आया है। हालांकि राज्य में अभी इस हड़ताल का मिला-जुला असर ही देखने को मिल रहा है। राजधानी समेत आसपास के इलाके में ही अभी बस-ट्रकों के पहिये थमे नजर आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सेन ने बताया कि केंद्र सरकार के काले कानून के विरोध के साथ हम 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। हमारी प्रमुख मांग है कि सरकार ने जो ड्राइवर के खिलाफ कानून लाया गया है उसे वापस लिया जाए। पूर्व में दिल्ली में आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट से सरकार ने बात की थी। जबकि जिन ड्राइवर के लिए कानून बनाया गया है, उनसे किसी प्रकार की बातचीत नहीं हुई है।
जब 28 राज्य के ड्राइवर यूनियन भी दिल्ली में जंतर मंतर पर आंदोलन करने गए थे, उस समय यूनियन ने यह तय किया था कि अगर सरकार अपना कानून वापस नही लेती है तो 10 जनवरी से सभी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएंगे। इसलिए प्रदेश भर के ड्राइवर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में ड्राइवरों की हड़ताल की वजह से ट्रांसपोर्टिंग कार्य मे उपयोग आने वाली सारी वाहनें, यात्री बसें, ऑटो, स्कूल बस, पेट्रोल,-डीजल समेत तमाम हैवी वाहनें प्रभावित होंगी।
■ अनिश्चित कालीन हड़ताल की प्रमुख मांगे
★ किसी भी आम नागरिकों के द्वारा ड्राइवर के साथ मार-पीट या अभद्र व्यवहार करने की स्थिति में कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान हो।
★ सभी ड्राइवर का अगल से हेल्थ कार्ड जारी किया जावे, जिसमें देश के किसी भी निजी व शासकीय अस्पताल में गंभीर से गंभीर बीमारियों का निशुल्क चिकित्सा प्रदान की जावे।
★ ड्राइवर की आयु 50 वर्ष पूर्ण होने पर पेंशन लाभ दिया जाये।
★ किसी भी दुर्घटना में ड्राइवर की मृत्यु होने पर ड्राइवर को शहीद का दर्जा और शहीद प्रमाण पत्र दिया जाये।
★ ड्राइवर या उसके परिवार को अलग से आवास योजना के अंतर्गत आवास प्रदान किया जाये।
★ ड्राइवर की मृत्यु के होने या विकलांगता की स्थिति में पेंशन लाभ दिया जाये ।
★ दुर्घटना के दौरान ड्राइवर की मृत्यु होने पर 25 से 30 लाख रुपए का बीमा ।
★ किसी भी शासकीय नौकरी की भर्ती में ड्राइवर या उसके परिवार के सदस्यों को आरक्षण दिया जाये।
★ शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत अलग से ड्राइवर के बच्चो को किसी भी निजी व शासकीय स्कूलों में निशुल्क शिक्षा प्रदान किया जाये।
★ पुलिस प्रशासन की अवैध वसूली बन्द की जाए और उसमें रोक लगाई जाये।
★महीने के अंतिम दिन ड्राइवर को एक दिन का अवकाश दिया जाये।
★ रोड पर 10 किमी के अंतर्गत शौचालय और विश्राम गृह की सुविधा प्रदान किया जाये।
★ लाईसेंस के साथ साथ बीमा होना चाहिए।
★ वाहन में सह चालक (कंडक्टर) अनिवार्य किया जावे।