अंबिकापुर। अंबिकापुर शहर के सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संगठन सैयद अख्तर हुसैन नहीं रहे। ब्रेन कैंसर की वजह से उनका निधन हो गया। दो माह पूर्व मेदांता में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें राजधानी रायपुर शिफ्ट किया गया था, जहां वे स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। किंतु जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष ज्यादा दिन नहीं कर सके और दुनिया छोड़कर चले गए। उनके निधन की खबर सुनकर अंबिकापुर में शोक का वातावरण निर्मित हो गया है। वे सबको रुला गए। उनके चाहने वाले, उनके करीबी मित्रों की आंखें नम हो गईं हैं। राजनीतिक दल में रहते हुए उन्होंने अलग अपनी सामाजिक पहचान बनाई थी। किसी भी धर्म के धार्मिक आयोजन में वह बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे। हर वर्ग के लोग उन्हें अपना मानते थे। सबके दिलों में राज करने वाले सैय्यद अख्तर हुसैन के निधन ने सभी को दुखी कर दिया है। एनसीसी के पूर्व कैडेट होने के कारण भी शहर के युवाओं के बीच भी काफी चर्चित थे।सामाजिक गतिविधियों में अक्सर आगे रहते थे। लोगों की मदद करने और किसी के सुख-दुख में सदैव भागीदार रहने के कारण वह काफी लोकप्रिय थे। अंबिकापुर शहर में उनकी शिक्षा दीक्षा हुई थी। पीजी कालेज में एनसीसी के छात्र के रूप में अलग पहचान बनाए हुए थे। सामाजिक कार्यों के साथ उन्हें राजनीति में भी रुचि थी। उनके बचपन के मित्र सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश गुप्ता के सच्चे साथी थे। यही कारण था कि उन्हें जिला कांग्रेस कमेटी में संगठन महामंत्री का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया था।
छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव, छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद के बेहद करीबी थे। शहर के एक होनहार और सामाजिक कार्यों से पहचान बनाने और हर आयोजन में नजर आने वाले ऐसे शख्सियत के अचानक चले जाने से लोग स्तब्ध हैं। “TheTaget365 न्यूज़ पोर्टल” भी सैयद अख्तर हुसैन को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
आज शाम होगा अंतिम संस्कार
कांग्रेस के जिला महामंत्री संगठन सैय्यद अख्तर हुसैन का पार्थिव शरीर उनके परिजन राजधानी रायपुर से अंबिकापुर ला रहे हैं। दोपहर ढाई बजे तक वे यहां पहुंच जाएंगे। इसके बाद शाम छह बजे स्थानीय कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार होगा।