अंबिकापुर। शहर के कार्मेल कान्वेंट स्कूल का संचालन गुरुवार 15 फरवरी से पूर्ववत आरंभ हो जाएगा। स्कूल द्वारा सोमवार से आनलाइन क्लास आरंभ कर देने के बाद से ही विरोध आरंभ हो गया था। छात्रा की आत्महत्या के बाद उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने कथित रूप से सुरक्षा कारणों का हवाला देकर स्कूल को बंद रखा था।
अभिभावक संघ ने कार्मेल स्कूल प्रबंधन पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। अभिभावक संघ की ओर से प्रबंधन पर आरोप लगाया गया था कि इस सत्र के लिए स्कूल को बंद रखने का निर्णय लेकर प्रबंधन दबाब बनाने की राजनीति कर रहा हैं। दिन भर असमंजस की स्थिति के बाद शाम को जिला शिक्षाधिकारी डा संजय गुहे ने बताया कि स्कूल संचालन को लेकर कलेक्टर सरगुजा के मार्गदर्शन में कार्मेल स्कूल प्रबंधन से चर्चा हो चुकी है। प्रबंधन ने 15 फरवरी गुरुवार से स्कूल आरंभ करने आश्वस्त किया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 15 फरवरी को पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी कार्मेल स्कूल जाएंगे। अधिकारियों की उपस्थिति में स्कूल का संचालन आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों का हवाला देकर प्रबंधन ने आनलाइन क्लास संचालित करने का निर्णय लिया था लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद अब स्कूल में पूर्व की तरह पढ़ाई आरंभ हो जाएगी। स्कूल में 15 फरवरी से ही प्रायोगिक परीक्षा भी निर्धारित है।
★ इसलिए बढ़ था विवाद
छात्रा द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने के बाद से कार्मेल स्कूल बंद है। अभिभावकों को उम्मीद थी कि सोमवार से स्कूल का संचालन आरंभ हो जाएगा लेकिन रविवार की रात स्कूल प्रबंधन की ओर से व्हाट्सएप ग्रुप में यह संदेश प्रसारित किया गया कि अब इस सत्र में कक्षाएं नहीं लगेंगी। बच्चों को परीक्षा की तैयारी के लिए अवकाश की बात का उल्लेख करते हुए सफलता के लिए शुभकामनाएं दी गई थी। जैसे ही अभिभावकों तक यह बात पहुंची वह नाराज हो उठे और प्रबंधन के इस निर्णय का विरोध करना शुरू कर दिया था। विरोध को देखते हुए सोमवार सुबह स्कूल प्रबंधन ने ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था लागू की थी। दो पीरियड पढ़ाई भी हुई उसके बाद यह व्यवस्था भी बंद कर दी गई।
आभिवावक संघ के नीलेश सिंह, धनंजय मिश्रा के साथ अभिभावकों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप अवगत कराया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा आज पर्यन्त तक उक्त छात्रा के आत्महत्या मामले में खेद तक व्यक्त नहीं किया गया है। स्कूल प्रबंधन अपने कार्य व्यवहार में बदलाव करने के बजाए अब भी बच्चों एवं अभिभावकों पर ही मानसिक दबाव बनाने का कार्य कर रहा है। यह किशोर न्याय अधिनियम के विभिन्न प्रविधानों के विपरीत है। संघ की ओर से आत्महत्या मामले में स्कूल के विरुद्ध की गई कार्रवाई को सार्वजनिक करने तथा बिना पाठ्यक्रम पूरा कराए ही छुट्टी घोषित कर बच्चों एवं अभिभावकों पर मानसिक दबाव बनाने हेतु कार्मेल स्कूल प्रबंधन पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीकृत करने की मांग की गई है। संघ ने स्कूल को इस सत्र के लिए बंद करने के निर्णय को दबाब बनाने की राजनीति निरूपित किया था ।
★ शिक्षा विभाग ने बनाई समिति, प्रबंधन ने नोटिस का दिया जबाब
छात्रा की आत्महत्या के मामले में कलेक्टर की ओर से स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी कर 3 तीन में जवाब देने कहा गया था। स्कूल की ओर से सोमवार को सिस्टर जस्सी के नेतृत्व में प्रबंधन ने जिला शिक्षाधिकारी के साथ कलेक्टर के समक्ष अपना जबाब प्रस्तुत किया। उधर प्रशासन की ओर से शिक्षा विभाग ने निजी व अशासकीय स्कूलों के लिए एक समिति गठित कर दी है। इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह समिति शहर के अशासकीय शिक्षण संस्थाओं का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेगी।
★ यह था मामला
कार्मेल स्कूल की 6वीं की छात्रा ने मंगलवार को रात में घर पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा था। इसी सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने धारा 305 के तहत कार्रवाई करते हुए कार्मेल स्कूल की एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया था। खबर है कि घटना के बाद से प्राचार्य सिस्टर जीवा अस्पताल में हैं। उनके स्थान पर पूर्व में यहां सेवा दे चुकी सिस्टर जस्सी फिर से प्राचार्य का कार्यभार देख रही हैं।
कलेक्टर सरगुजा के मार्गदर्शन में स्कूल प्रबंधन से चर्चा हो चुकी है। सुरक्षा कारणों का हवाला देकर स्कूल नहीं खोला गया था। 15 फरवरी से स्कूल की कक्षाएं आरंभ करने प्रबंधन सहमत है। उस दिन प्रशासनिक टीम भी स्कूल जाएगी। सभी की उपस्थिति में स्कूल का संचालन आरंभ कराया जाएगा। अभिभावक संघ ने भी स्कूल आरंभ कराने संबंधित ज्ञापन सौंपा है।
डा संजय गुहे
जिला शिक्षाधिकारी सरगुजा।