सूरजपुर। सूरजपुर जिले के एसईसीएल क्षेत्र जरही के मेधावी छात्र ने राजस्थान के कोटा में मंगलवार सुबह फांसी लगा आत्महत्या कर ली। छात्र विगत दो वर्षों से कोटा में रहकर आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार जरही निवासी इंटक नेता अनिल चौधरी का 16 वर्षीय पुत्र शुभ चौधरी राजस्थान स्थित कोटा के एलन इंस्टिट्यूट में विगत दो वर्षों से आईआईटी की तैयारी कर रहा था। 29 जनवरी को उसने जेईई मेंस की परीक्षा दी थी, जिसका रिजल्ट मंगलवार की सुबह लगभग 3 बजे घोषित हुआ। शुभ चौधरी का परिणाम अच्छा नहीं आने से क्षुब्ध होकर उसने अपने कमरे में पंखे से फांसी लगा आत्महत्या कर ली। रोज की तरह मंगलवार को भी सुबह शुभ चौधरी की माँ ने बच्चे का हालचाल पूछने फोन किया तो शुभ ने फोन रिसिव्ह नहीं किया। परेशान परिजनों ने कई बार कॉल किया लेकिन कॉल रिसिव्ह नहीं होने पर हॉस्टल के वार्डन को फोन किया गया। वार्डन उसके रूम में पहुंचे एवं दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला। दरवाजे का ताला तोड़ा गया तो उसका शव फांसी में झूलता मिला। घटना की जानकारी तत्काल कोटा के जवाहरनगर पुलिस सहित परिजनों को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही चौधरी परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के मामा दिल्ली से कोटा के लिए रवाना हो गए है। छात्र के शव को मर्रच्युरी में रखा गया है।
मृतक के पिता ने बताया कि उसकी माँ बीते शाम उससे बात कर रही थी। उसकी बातों से लगा कि वह थोड़ा दुःखी है। उसने मुझे बोला कि बेटा से बात कर लो, तो मैं एवं उसकी बड़ी बहन ने भी उससे फोन पर बात की थी। वह बता रहा था कि उसका एग्जाम अच्छा नहीं गया। जिस पर हम लोगों ने उसे समझाया भी कि कोई बात नहीं, अगली बार मेहनत कर लेना। अभी 12वीं की परीक्षा शुरू होने वाली उसकी तैयारी करो। हमें नही लगा कि यह उससे आखिरी बार बात हो रही है।
घटना के संदर्भ में डीएवी के शिक्षक ने बताया कि शुभ चौधरी ने दसवीं तक की पढ़ाई डीएवी भटगांव से की थी। वह शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी था। वर्ष 2022 में दसवीं की परीक्षा में स्कोर 97.4 प्रतिशत रहा था। वह इतना टूट जाएगा नहीं पता था। उसकी बड़ी बहन भी मेधावी छात्रा रही है। वह मेडिकल कोर्स कर रही है।