अंबिकापुर। करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी व ठगी के मामले में कई माह से फरार चल रही महिला को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महिला के विरुद्ध सिर्फ गांधीनगर थाने में पांच नामजद एफआईआर दर्ज है।
सरगुजा संभाग में ग्रामीणों को बोर खनन, कृषि कार्य तथा पशुपालन हेतु आवश्यक आर्थिक सहायता दिलाने के नाम एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाली अंबिकापुर के गंगापुर निवासी मास्टरमाइंड लता खूंटे 45 वर्षीय को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सरगुजा मार्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर कार्यालय खोलकर महिला ने एजेंटों के माध्यम से धोखाधड़ी की थी। खुद को डायरेक्टर बताने वाली महिला के विरुद्ध सिर्फ गांधीनगर थाने में पांच नामजद एफआईआर हैं। इनमें से एक प्रकरण में महिला को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया था। शेष प्रकरणों में वह फरार चल रही थी। इसके साथ जुड़े कथित एजेंट जिसु तिर्की 32 वर्ष बोदा बतौली , राजराम जगत 45 वर्ष गोरगी जजावल तथा लक्ष्मी प्रसाद 26 वर्ष दुप्पी राजपुर को पहले ही गिरफ्तार किया गया था। लता खूंटे कई महीनों से फरार थी। आखिरकार उसे भी पुख्ता सूचना पर पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार महिला के विरुद्ध धोखाधड़ी के कई शिकायतों पर जांच अभी भी चल रही है। इससे ठगी की रकम और बढ़ने की संभावना है। करोडों की ठगी करने वाली महिला बाद में लोगों को डराने धमकाने के काम मे भी लग गई थी। कार्रवाई में उप निरीक्षक रश्मि सिंह, महिला प्रयान आरक्षक राधा यादव, महिला आरक्षक भोली राजवाड़े, त्रिलोचनी राजवाड़े, आरक्षक अमरेश सिंह, अरविन्द उपाध्याय, ऋषभ सिंह शामिल रहे। घटना में प्रयुक्त लैपटाप, चेक बुक एवं दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
महिला द्वारा की गई ठगी
■ बनारस रोड निवासी चंद्रकांती भगत को 19 डिसमिल जमीन बेचने के नाम पर 21 लाख अग्रिम में लिया।
■ शंकरगढ क्षेत्र के तीन ग्रामीणों से साढ़े पांच लाख की ठगी।
■ बोर खनन, मुर्गी पालन, पशु पालन व जैविक खेली हेतु आर्थिक सहयोग के नाम पर ठगी किया गया।
■ इसके अतिरिक्त बोर खनन का ठेका देकर एक व्यक्ति से लगभग 70 लाख की ठगी की गई।
■ गांव-गांव में एजेंटो के माध्यम से आर्थिक सहायता राशि दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों की ठगी के शिकायतों की चल रही है जांच।
■ निवेशकों को थाना बुलाकर पूछताछ करने पर योखाधड़ी की रकम बढ़ने की संभावना है।