प्रतापपुर (सूरजपुर)। रिशु हत्याकांड के बाद लगातार आरोपियों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की मांग के बाद आज यह कार्यवाही शुरू की गई है। मौके पर नगर पंचायत, बिजली विभाग, प्रशासन, पुलिस सभी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। बैरिकेड के पास बड़ी संख्या में नागरिकों की भीड़ जमा हो गई थी, जिसे पुलिस बल ने तितर बितर करते हुए दूर हटा दिया। बिजली विभाग द्वारा लाइट की सप्लाई भी काटी गई है।
बुधवार सुबह से ही आरोपियों के घर के पास पुलिस ने दोनों ओर बैरिकेडिंग कर दी है। कल देर शाम को भारी संख्या में पुलिस फोर्स प्रतापपुर पहुंच गया था। आरोपितों के घरों का पहले आगे के शटर का ताला तोड़ा गया, फिर पीछे के दरवाजे का ताला तोड़कर प्रशासन व पुलिस की टीम अंदर दाखिल हुई। घर के अंदर की पूरी जांच की गई सामान वगैरह की। मौके पर एसडीओपी अरुण नेताम, तहसीलदार पुष्पराज पात्रे, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे टीम के साथ अंदर दाखिल हुए।
बता दें प्रतापपुर के होटल व्यवसायी अशोक कश्यप का बेटा रिशु कश्यप 10 वर्ष पिछले 29 जनवरी से लापता था। उसके पड़ोस के दो युवकों ने रिशु को उसी दिन करसी के जंगल में ले जाकर हत्या कर शव को जला दिया था। फिर पिता को कॉल कर छह लाख रुपए फिरौती मांगी थी। अब आरोपियों के अवैध रूप से बने घरों पर प्रतापपुर तहसीलदार ने नोटिस चस्पा कर दिया है। पुलिस ने जांच के दौरान 26 फरवरी को 2 आरोपियों शुभम सोनी 26 वर्ष और विशाल ताम्रकार 28 वर्ष को जेल भेज दिया है। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर करसी जंगल से रिशु कश्यप के शव के जली हुई हड्डियां बरामद की थी।
घटना के बाद आक्रोशित लोग आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। रिशु कश्यप की हत्या के बाद परिजन उसका विधिवत् अंतिम संस्कार नहीं कर सके हैं। अशोक कश्यप ने कहा था कि जब आरोपियों का घर टूटेगा, तब ही वे रिशु का विधिवत् अंतिम संस्कार करेंगे। आरोपियों के परिवार की दुकानें भी घटना के बाद से बंद हैं। घटना के बाद नगर पंचायत ने आरोपियों के घरों का कब्जा हटाने का प्रस्ताव पारित किया था।