★ कथा विसर्जन के बाद महाशिवरात्रि को होगा महारुद्र अभिषेक
★ रामचरित मानस के विभिन्न प्रसंगों को सुनने उमड़ रही भीड़
उदयपुर (सरगुजा)। थाना उदयपुर अंतर्गत आने वाले देवगढ़ धाम में चल रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा के आठवें दिन प्रवचन सुनने आसपास के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। यहां पहली बार राम कथा का आयोजन हो रहा है। कथावाचक आशीर्वाद दास जी ने कहा कि राम कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि भगवान की कथा सबको प्यारी लगती है। सब कुछ होने के बाद भी श्रीराम में अहंकार नहीं था। पिता के आज्ञा के पालन के लिए राजकाज धन वैभव ऐश्वर्य सब त्याग वनवास का रास्ता चुना। जीवन कैसे जिएं यह रामचरित मानस से सीखना चाहिए।
श्रद्धालुओं को अपने जीवन में भगवान श्रीराम के आदर्शों व व्यक्तित्व को उतारने की बात भी कथा वाचक आशीर्वाद दास जी ने कही। भगवान हर जगह पूजे जाते है। रामकथा से हर तरह का दुख मिट जाता है।
कथा विसर्जन के बाद महाशिवरात्रि के दिन महारुद्र अभिषेक भी कराया जायेगा। लोगों को इसमें शामिल होने का आह्वान भी किया गया है। इस मौके पर कथा वाचक द्वारा शिव पार्वती विवाह, राम कथा महिमा, श्रीराम जन्म, बाल लीला, श्रीराम सीता विवाह, वनवास गमन, केंवट प्रसंग, भरत मिलाप, सबरी चरित्र, सुंदर काण्ड और राज्याभिषेक प्रसंग का शानदार वर्णन किया गया। लोग शाम 5 बजे से रात्रि कथा विश्राम तक संगीतमय श्रीराम कथा का आनंद उठा रहे है।
इस आयोजन को सफल बनाने में काशी से आए विद्वान पंडितों पूजन आचार्य आदित्य पाण्डेय और अभय मिश्रा सहित यजमान विजय यादव, विजय पैकरा, गीता जी सहित देव टिकरा खमहरिया भदवाही कलचा, जामडीह सहित लखनपुर व उदयपुर के सैकड़ों ग्रामीण सक्रिय नजर आए।