अंबिकापुर। अंबिकापुर का होलीक्रास कान्वेंट स्कूल एक वर्ष से पटपरिया स्थित नए भवन में संचालित हो रहा है। सर्वसुविधायुक्त भवन में विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन स्कूल परिसर में उड़ती धूल ने विद्यार्थियों को मुश्किल में डाल दिया है। स्कूल प्रबंधन ने चारों ओर सुरक्षित अहाता का निर्माण कराया है लेकिन आंतरिक सड़कों को व्यवस्थित नहीं किया है। मार्ग पर पतली गिट्टी बिछाकर छोड़ दी गई है। अब स्थिति यह है कि दोपहिया या किसी भी प्रकार की चारपहिया वाहन गुजरे तो समूचा परिसर धूल-धूसरित हो जाता है। स्कूल जाने और छुट्टी के बाद धूल के गुबार से होकर छात्र-छात्राओं को आना-जाना पड़ता है। दोपहिया, चारपहिया से विद्यार्थियों को पहुंचाने और लाने के लिए स्वजन आते-जाते हैं। दर्जनों बच्चे वैन व आटो से आना जाना करते हैं। वाहनों की आवाजाही के कारण बच्चों को परिसर से निकलने के दौरान जानलेवा धूल का सामना करना पड़ता है। स्कूल प्रबंधन की व्यक्तिगत संपत्ति होने के कारण जिम्मेदारी भी उनकी ही है लेकिन परिसर को धूलमुक्त रखने प्रबंधन उदासीन बना हुआ है।
होलीक्रास स्कूल के नए परिसर में उड़ती धूल और बेहाल बच्चों की तस्वीरें व वीडियो यहां देखें 👇🏻
अभिवावक संघ के धनंजय मिश्रा ने इस संबंध में कहा कि जिला स्तरीय शाला निरीक्षण समिति को स्कूलों का सतत निरीक्षण कर इन कमियों को दूर कराने का प्रयास करना चाहिए, जिससे बच्चे स्वस्थ वातावरण में पढ़ाई कर सकें। उन्होंने कहा कि होली क्रॉस स्कूल शाला विकास के नाम पर भारी भरकम पैसा अभिवावकों से हर वर्ष वसूलती है, अधोसंरचना विकास में नाम काम नही होना अव्यवस्था को दर्शाता है। यदि विद्यालय प्रबंध जल्द ही इस समस्या का निराकरण नही कर सका तो अभिवावक संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
होली क्रॉस स्कूल प्रबंधन से बात करके जल्द ही इस समस्या पर ध्यान आकृष्ठ कराते हैं। बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा नही होने दिया जायेगा। मार्ग बनते ही कुछ ही दिन में धूल की समस्या खत्म हो जाएगी।
अशोक कुमार सिन्हा
जिला शिक्षा अधिकारी सरगुजा।