★ पीड़ित द्वारा इंस्टाग्राम के एक ट्रेडिंग ग्रुप गोल्डन सच्स एक्वॉलिटी एसेस्ट मैनेजमेण्ट ग्रुप 356 में किया गया था ज्वाईंन
अंबिकापुर। इंस्टाग्राम में एक फर्जी ट्रेडिंग एप्प में ज्वाइन करा लगभग सात लाख 35 हजार रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने में सफलता अर्जित की है। मामले में पुलिस ने नागपुर महाराष्ट्र से 3 आरोपियों को पकड़ा है और उनके पास से 9 नग मोबाईल, 4 नग चेकबुक और एक नग एटीएम कार्ड भी बरामद किया है।
मिली जानकारी के अनुसार 19 फरवरी को गुरभेज सिंह छाबड़ा आ. रघुवीर सिंह छाबड़ा 45 वर्ष निवासी गुरूद्वारा वार्ड अंबिकापुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि 15 दिसंबर 2023 को उसके इंस्टाग्राम में एक ट्रेडिंग ग्रुप गोल्डन सच्स एक्वॉलिटी एसेस्ट मैनेजमेण्ट ग्रुप 356 में ज्वाईंन किया गया था। उक्त ग्रुप में आरोपियों द्वारा उन्हें प्रलोभन देकर फर्जी ट्रेडिंग एप्प के बारे में अवगत कराया गया और जीएसआईएन ट्रेडिंग फर्जी एप्प को डाउनलोड कराया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा योजनाबद्व तरीके से पीड़ित को प्रलोभन देकर फर्जी एप्प के कस्टमर सर्विस सेण्टर द्वारा अलग-अलग बैंक के खाता नम्बर देकर कुल ठगी राशि 7,35,000 रूपये मंगाया गया। घटना क्रम में पहले तो 10 से 23 जनवरी 2024 तक आरोपियों द्वारा पीड़ित को प्रलोभन के नाम पर 10,049/- रूपये आहरित करने दिया गया। लेकिन उसके बाद जब 07 फरवरी से 17 फरवरी तक पीड़ित द्वारा राशि आहरित करने प्रयास किया गया, तो उस फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा स्वीकृति नहीं दी गई। 15 फरवरी को संबंधित व्हॉट्सअप ग्रुप से भी आरोपियों द्वारा पीड़ित गुरभेज सिंह छाबड़ा को पृथक कर दिया गया। इस प्रकार उक्त घटना क्रम में आरोपियों द्वारा पीड़ित गुरभेज सिंह छाबड़ा को प्रलोभन देकर अलग-अलग दिनांक को अलग-अलग बैंकों के खाते में कुल 7,35,000 रूपये की ऑनलाईन धोखाधड़ी की गई है। मामले में पुलिस ने धारा 420 भादसं एवं 66(डी) आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर जांच शुरू किया।
पुलिस ने बताया कि जांच में सायबर सेल टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों को चिन्हांकित कर नागपुर महाराष्ट्र से आरोपी स्वप्निल चिचगरे 25 वर्ष, राहुल सरोज 25 वर्ष और प्रचीत कुमार येंडे 33 वर्ष सभी निवासी नागपुर महाराष्ट्र से सायबर सेल टीम और थाना कोतवाली की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। तीनों आरोपियों के विरूद्व वैधानिक/गिरफ्तारी कार्यवाही कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। पुलिस की इस कार्यवाही में सायबर सेल से निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, प्रधान सुधीर सिंह, थाना कोतवाली प्रधान आरक्षक अजय पाण्डेय, आरक्षक दीनदयाल सिंह, शिव राजवाडे़ की भूमिका महत्वपूर्ण रही।