अंबिकापुर। सरगुजा संभाग के 14 विधानसभा सीटों पर मिली हार को भुलाकर नए उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव में कार्य करने की मंशा से मंगलवार को अंबिकापुर में कांग्रेस का जिला स्तरीय संवाद शिविर आयोजित किया गया। शिविर में पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की उपस्थिति के कारण जिले भर से कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे। कांग्रेस के लिए यह उत्साहजनक स्थिति थी कि आयोजन स्थल खचाखच भरा हुआ था। यूं तो शिविर लोकसभा चुनाव में बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरने की थी लेकिन विधानसभा चुनाव में मिली हार का दर्द साफ झलक रहा था। जिसे भी उद्बोधन का अवसर मिला सभी ने विधानसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी ली। या यूं कहें कि बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों ने विधानसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी ली लेकिन लोकसभा जीतने का संकल्प भी लिया। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेहद करीबी रहे पूर्व मंत्री स्व तुलेश्वर सिंह की सुपुत्री शशि सिंह को सरगुजा पैलेस का समर्थन अपने आप में कांग्रेस के लिए सरगुजा की राजनीति में एकजुटता का अच्छा संकेत है। यह सर्वविदित है कि पूर्व मंत्री स्व तुलेश्वर सिंह, स्व. अजीत जोगी के साथ रहने के दौरान सरगुजा पैलेस के धुर विरोधी थे। उस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय को कोठीघर से बाहर निकालने की रणनीति के साथ उन्होंने वर्तमान जिला कांग्रेस कार्यालय ( राजीव भवन) वाले स्थल पर ही जोगी शासनकाल में जिला कांग्रेस कार्यालय भवन निर्माण की आधारशिला रखी थी। यह अलग बात है कि 2003 के चुनाव में कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में हार मिली। भाजपा ने अगले 15 वर्षो तक लगातार शासन किया। जोगी शासनकाल के अंत के साथ जिला कांग्रेस कार्यालय भवन का निर्माण भी अटक गया। इसके बाद स्व. तुलेश्वर सिंह भी हाशिए पर चले गए थे। कभी समाजवादी पार्टी तो कभी तृणमूल कांग्रेस के साथ जुड़कर चुनाव लड़ने वाले स्व तुलेश्वर सिंह की सुपुत्री आज सरगुजा संसदीय सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी हैं और टीएस सिंहदेव ने उन्हें अपनी बेटी सदृश्य बताकर कांग्रेसजनों को पूरी एकजुटता के साथ कार्य करने का हौसला बढ़ा दिया है।
लोकसभा चुनाव रणनीति की बैठक हार के प्रायश्चित की बैठक बनी
लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने सरगुजा कांग्रेस की बैठक विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के प्रायश्चित की बैठक बन गयी। कांग्रेस के बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों ने हार के लिए खुद को जिम्मेदार बताते हुए लोकसभा जीतने का प्रण लिया। विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव की उपस्थिति में कांग्रेस का पहला बड़ा कार्यक्रम था। नारायणी परिसर में सरगुजा जिले के एक-एक बूथ से लोगो की उपस्थिति थी। सरगुजा में कांग्रेस की रीढ़ टीएस सिंह देव की नजरों में अपना नम्बर बढ़ाने कार्यकर्ताओ में होड़ मच गई। हर कोई स्वागत को लेकर आतुर था। इसे लेकर कुछ में कहा सुनी भी हुई। संचालन कर रही महिला नेत्री नाराज होकर मंच से उतर गई। जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने माइक संभाल कार्यक्रम को व्यवस्थित किया।
शशि को मेहनती व क्षमतावान बताया सिंहदेव ने
संवाद शिविर को संबोधित करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि भारत जोडो यात्रा के दौरान मैने शशी सिंह को राहुल जी के साथ-साथ 4 हजार किमी चुनोतिपूर्ण पदयात्रा करते देखा। मैने पाया कि वो जुझारु है, बेहद क्षमतावान युवा महिला है। वह मन से सशक्त है। उसमें सरगुजा के लिये संसद में प्रतिनिधित्व की क्षमता है, वो मेरी पुत्री सदृश्य है। मुझे पूरा विश्वास है कि शशी सांसद बनेगी तो सरगुजा को निराश नहीं करेगी। सरगुजा से कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी के लिये पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कुछ इस प्रकार से अपनी भावनाएं सरगुजा जिले के कोने-कोने से आये सैकडों कॉंग्रेस कार्यकर्ताओं के समक्ष व्यक्त की।
कार्यक्रम के अंतिम भाग में सरगुजा से कांग्रेस उम्मीदवार शशी सिंह ने संवाद शिविर को संबोधित किया। उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का आभार जताते हुए कहा कि जिस तरह से सिंहदेव ने एक युवा महिला पर अपना विश्वास जताया है अगर सरगुजा की जनता ने मुझपर इसी तरह विश्वास जताया तो संसद में सरगुजा की आवाज बनकर गूंजूंगी। नेता बनकर नहीं सरगुजा के जनता की बेटी बनकर सरगुजा वासियों के बीच रहकर काम करुंगी। आज के शिविर में सरगुजा लोकसभा प्रभारी पवन अग्रवाल, डॉ प्रीतम राम, बालकृष्ण पाठक, अजय अग्रवाल, शफी अहमद, जेपी श्रीवास्तव, द्वितेन्द्र मिश्र, मधु सिंह, डॉ अजय तिर्की, राकेश गुप्ता, सीमा सोनी सहित सैकडों की तादाद में कार्यकर्ता उपस्थित थे। संभाग में 10 अप्रैल को सूरजपुर और 14 अप्रैल को बलरामपुर में कांग्रेस के संवाद शिविर का आयोजन किया गया है।