अंबिकापुर (thetarget365)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंबिकापुर में प्रस्तावित सभा के लिए गांधी स्टेडियम में हेलीपैड बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। भारी मशीनरी लगाकर सीमेंट-कांक्रीट का स्थाई हेलीपैड बनाए जाने से भविष्य में भी यहां खेल गतिविधियों के आयोजन में बाधा होगी। शहहरवासियों, खेल संघों और खिलाड़ियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप गांधी स्टेडियम में हेलीपैड निर्माण का कार्य तत्काल बंद कराने की मांग की है।
सिंहदेव ने कलेक्टर को प्रेषित पत्र में कहा है कि शहर के विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों, खेल संगठनों, खेल प्रेमियों एवं आमजनों ने मुझे यह जानकारी दी है कि गांधी स्टेडियम में हैलीपैड का निर्माण कराये जाने हेतु काफी मात्रा में निर्माण सामग्री गिराई गई है। मैं यह बताना चाहूंगा कि राजनीतिक रूप में पार्टी लाईन से बाहर जाकर हम सब ने भाजपा के दिवंगत नेता स्व. रविशंकर त्रिपाठी की पहल पर यह संकल्प लिया था कि गांधी स्टेडियम का उपयोग केवल और केवल खेल गतिविधियों के लिये किया जायेगा। खेल गतिविधियों के अलावे किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक, धार्मिक अथवा राजनीतिक गतिविधियों के लिये इस स्टेडियम का उपयोग नहीं किया जायेगा। इस पर सबकी सहमति थी और सभी हमेशा से इस पर ध्यान भी देते आ रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अम्बिकापुर में स्वागत करता हूं। किन्तु इसके लिये गांधी स्टेडियम का उपयोग और वहां पर हैलीपैड बनाये जाने के पक्ष में नहीं हूं और इसका विरोध दर्ज कराता हूं।
सिंहदेव ने आगे कहा है कि मेरा आपसे आग्रह है शहर का एकमात्र खेल गतिविधियों का केन्द्र जहां पर सुबह-शाम खिलाड़ियों, युवाओं से लेकर शहर के गणमान्यजन स्वास्थ्य की दृष्टि से वॉकिंग करने यहां आते हैं। ऐसे खेल मैदान को एक राजनीतिक कार्यक्रम की दृष्टि से बर्बाद न करें।हैलीपैड का निर्माण शहर में कहीं और भी किया जा सकता है। पूर्व से पुलिस लाईन एवं पीजी कॉलेज ग्राउण्ड में हैलीपैड बनी हुई है और ज्यादा असुविधा न हो तो दरिमा हवाई पट्टी भी नजदीक है, उसका उपयोग कर सकते हैं। मैं शहर के खिलाड़ियों, खेल संगठनों, खेल प्रेमियों, आमजनों एवं शहर के नागरिक के नाते तत्काल गांधी स्टेडियम में हैलीपैड निर्माण कार्य को रोकने का अनुरोध करता हूं। इधर स्टेडियम को बंद कर दिया गया है, इससे भी लोग परेशान है।
मार्निंग वाकरो ने जताई नाराजगी
शनिवार की सुबह बड़ी संख्या में बच्चे , युवा और महिलाएं गांधी स्टेडियम पहुंचे थे। यहां सभी गेट में ताला लगा हुआ था। सैकड़ो की संख्या में मॉर्निंग वाकरो को परेशानी हुई। कई मॉर्निंग वॉकर तो निराश होकर घर वापस लौट गए। कई लोग शहर के दूसरे मैदान में चले गए। कुछ लोगों ने सीसीएफ कार्यालय के पिछले हिस्से में वाकिंग की। बताया गया कि कम से कम चार दिनों तक स्टेडियम बंद रहेगा।
युवाओं की तैयारियों को लगा झटका
पिछले कुछ महीने से युवाओं का अलग-अलग समूह स्टेडियम में पहुंचकर सेना, पुलिस सहित दूसरी भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। सुबह से सभी पसीना बहाते हैं। इन सभी की तैयारी को भी तगड़ा झटका लगा है। शहर में हेलीपैड के लिए दूसरे विकल्प भी हैं।