★ विशेष संरक्षित पहाड़ी कोरवा मतदाताओं ने भी उत्साह के साथ लिया मतदान में भाग
★ मतदान के बीच जबरदस्त आंधी-तूफान और बारिश ने मतदान में डाली खलल, कई जगहों के टेंट पंडाल उड़े
★ उदयपुर ब्लॉक में कई जगह पर कुछ देर मतदान हुआ प्रभावित
उदयपुर (सरगुजा)। सरगुजा जिले के विकासखंड उदयपुर अंतर्गत आने वाले 78 मतदान केंद्रों में 7 मई मंगलवार को लोकतंत्र के महापर्व में 18 वर्ष के युवा वोटर सहित 80 वर्ष के बुजुर्ग मतदाता तक ने अपने मतों का प्रयोग पूरे जोश-खरोश और उत्साह से किया है।
मतदाताओं में मतदान के लिए उत्साह ऐसा की सुबह 6 बजे से ही मतदान केंद्रों में कतार में लग कर अपनी बारी का इंतजार करते मतदाता देखे गए। विकास खंड उदयपुर में अन्य मतदान केंद्रों के साथ चार मतदान केंद्र ऐसे थे जहां की चर्चा पूरे दिन होती रही। इनमें पहाड़ी कोरवा थीम पर आधारित आदर्श मतदान केंद्र मरेया, संगवारी मतदान केंद्र मोहनपुर एक एवं दो तथा युवा मतदान केंद्र कवलगिरी शामिल है। मरेया और सीतकालो पोलिंग बूथ में खाम खूंट, धवईपानी, चुंवाटिकरा, खरानगर के पहाड़ी कोरवा अपने पारंपरिक वेश भूषा सहित तीर धनुष लेकर मतदान करने आए। पहाड़ पर रहने वाले मतदाताओं के लिए पहाड़ी कोरवा आश्रम मरेया में रुकने और भोजन के इंतजाम किए गए थे, साथ ही पोलिंग बूथ में पानी, गुड़ और चना की व्यवस्था पंचायत सचिव शिव कुमार के नेतृत्व में की गई थी।
सरगुजा कलेक्टर भोसकर विलास संदीपन के सफल मार्गदर्शन में पहली बार इस तरह के प्रयास से ग्रामीण इलाकों में प्रचार प्रसार से वोटिंग का प्रतिशत काफी बढ़ा।
संगवारी मतदान केंद्र मोहनपुर एक और दो में सभी महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। मोहनपुर 2 मतदान केंद्र को शादी के मंडप जैसा सजाया गया था। यहां के ड्यूटी वाले महिला कर्मचारियों, पंचायत सचिव बाबूलाल तथा अन्य ने मतदान के दिन मंगलवार को सुबह कलश में दीप प्रज्ज्वलित कर सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में मतदान आरंभ कराया।
आंधी तूफान से बिगड़ी व्यवस्था
मंगलवार को तृतीय चरण के लोकसभा चुनाव मतदान के बीच करीब दोपहर तीन बजे आई जबरदस्त आंधी तूफान और बारिश ने मतदान में व्यवधान उत्पन्न किया था। इस दौरान टेंट पंडाल के गिर जाने बिजली गुल होने और बारिश तूफान की वजह से रामनगर, उदयपुर, परोगिया, फतेहपुर, सालही सहित दर्जनों मतदान केंद्रों में लगभग एक घंटे तक मतदान बाधित रहा।
प्रशासनिक अमला द्वारा अचानक बिगड़े मौसम और बिजली गुल होने के समस्या का समाधान करते हुए पेट्रोमैक्स और इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था कर मतदान को शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया गया। पहाड़ कोरजा, पनगोती, मतरिंगा, परोगिया सहित कई अन्य पोलिंग बूथ में वोटिंग 90 प्रतिशत से अधिक रहा।