अंबिकापुर (thetarget365)। शहर से लगे ग्राम सरगंवा में ग्रामीणों की निस्तार की भूमि पर हाउसिंग बोर्ड द्वारा मिट्टी पाटने से ग्रामीणों और हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों के बीच एक बार फिर तनाव की स्थिति की बन गई है। जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता की पहल पर फिलहाल मामला शांत है। निस्तार प्रभावित होने पर ग्रामवासियों ने उग्र विरोध की चेतावनी भी दी है।
अंबिकापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सरगंवा में हाउसिंग बोर्ड कालोनी प्रबंधन और ग्रामवासियों में रास्ते और निस्तार की जमीन को लेकर करीब सात साल से विवाद है। 2017-18 में राजस्व विभाग, हाउसिंग बोर्ड, जनप्रतिनिधियों और ग्रामवासियों के बीच कालोनी के बीच से रास्ता देने और निस्तार ना रोकने के सम्बंध में सहमति बनी थी। पिछले कई दिनों से हाउसिंग बोर्ड कालोनी का निर्माण कर रहे ठेकेदार द्वारा कालोनी की बाउंड्रीवाल के पीछे बरसाती नाला को मिट्टी भरकर पाटा जा रहा था। लगातार ग्रामीणों के विरोध के बाद भी काम जारी था। नाला को पाटने के लिए पिछले दो दिनों से कई ट्रक खराब हो चुके बीड़ी पत्ता को फेंका जा रहा है जो कि सड़ कर बदबू का कारण बन रहा है। आज सरगंवा के लोगो ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिल कर काम को रोक दिया। जिससे विवाद की स्थिति बन गयी। ग्रामीणों के बुलावे पर जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने ग्रामीणों और हाउसिंग बोर्ड अधिकारियों के बीच सुलह का प्रयास किया। उन्होंने पंचायत को अपनी भूमि सुरक्षित करने कहा। यह भी आश्वस्त किया कि पूर्व में हुई सहमति के अनुसार बोर्ड को ग्रामीणों के निस्तार के लिए 20 फिट चौड़ा रास्ता देना ही होगा। फिलहाल तो मामला शांत है मगर ग्रामीणों ने श्मशान भूमि और निस्तारी नाले पर से कब्जा नही हटाने पर उग्र विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। इधर हाउसिंग बोर्ड में मकान लेने वालों ने कालोनी में नियमानुसार बाउंड्री वॉल बनाने का दबाव बोर्ड पर बना रहे हैं।