अंबिकापुर (thetarget365)। इंडियन प्रीमियर लीग में ऑनलाइन सट्टा के विरुद्ध सरगुजा पुलिस की कार्रवाई विवादों में घिर गई है। पूरी कार्रवाई को लेकर पुलिस न तो यह बता सकी की सटोरियों को पकड़ा कहां से गया है ? 10 लाख नकदी जब्ती की चर्चा के बीच महज 20 हजार रुपये जब्त करने के सवाल का भी जबाब सामने नहीं आ सका है।
सटोरियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानकारी देने सरगुजा पुलिस ने तामझाम के साथ प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया। इस कांफ्रेंस के बाद इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो तेजी से प्रसारित हुआ। इस वीडियो में पत्रकार के सवाल पर संबंधित अधिकारी का जबाब भी आश्चर्यचकित करने वाला रहा। पत्रकार ने पूछा- सटोरियों को पकड़ा कहां से गया? जबाब मिला-मामला कोतवाली क्षेत्र का है। फिर पत्रकार ने सवाल किया कि 10 लाख नकद जब्ती की चर्चा है ? अधिकारी ने कहा -पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज आपको उपलब्ध करा दी जाएगी। पत्रकार के सवाल को लेकर स्पष्ट कोई जबाब सामने नहीं आया। इस पूरे मामले में राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों की थाने से लेकर न्यायालय परिसर तक चहलकदमी ने भी सवाल खड़ा किया कि इनकी भूमिका क्या है? असल में जिन तीन सटोरियों को पकड़ा गया, उनके विरुद्ध लंबे समय से शिकायत थी। कुछ सफेदपोशों के संरक्षण में यह काम चल रहा था। मोटी कमाई के कारण बड़ी संपत्ति के दम पर इन्होंने अपनी पहुंच भी बना ली थी। इसका भी ये फायदा उठाया करते थे। पूरे प्रकरण में सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि सटोरियों को बिलासपुर से पकड़ने और उनसे 10 लाख बरामद करने की चर्चा सोमवार देर शाम से ही शहर में आम हो गई थी, लेकिन पुलिस के आलाधिकारी इन सवालों का जबाब नहीं दे रहे हैं।