प्रतापपुर (सूरजपुर)। नगर पंचायत प्रतापपुर व ग्राम पंचायत खोरमा क्षेत्र के मध्य स्थित नर्सरी रोड दशकों से अपनी दुर्दशा की गवाही दे रहा है।
एसडीएम बंगला से लेकर मंडी तक तो नगर पंचायत ने इस रोड का डामरीकरण कर दिया पर बजट के अभाव में मंडी से नर्सरी तक बचा लगभग सात सौ मीटर का कच्चा रोड जो कि गड्ढों व धूल से पटा पड़ा है उसे वैसे ही छोड़ दिया गया। जिसके कारण इस रोड से ग्रीष्मकाल में धूल व वर्षाकाल में दलदलनुमा कीचड़ को झेलते हुए गुजरना पड़ता है। रोड के दोनों ओर बड़ी बड़ी झाड़ियां भी उगी हुई हैं। इस रोड से आवाजाही करने में वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस बद से बद्तर रोड के कारण कई वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होकर चोटिल भी हो चुके हैं।
गौरतलब है कि नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के बीच फंसे इस कच्चे रोड को पक्का करने की मांग को लेकर रोड के आसपास बसे लोग लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं। कई बार ग्राम पंचायत से लेकर नगर पंचायत व शासन तक से रोड को पक्का करने की गुहार लगा चुके हैं। पर अब तक इस रोड की दशा में सुधार के लिए कोई पहल नहीं हो सकी है। क्षेत्र के लोगों द्वारा लगातार की जा रही मांग के बावजूद पूर्व की कांग्रेस सरकार में भी इस रोड की दशा नहीं सुधरी और अब वर्तमान की भाजपा सरकार में भी इस रोड की दशा को सुधारने जिम्मेदार गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। लोगों का कहना है कि क्या इसी को विकास कहते हैं। आखिर कब तक हम गर्मी के मौसम में इस रोड पर उड़ने वाले धूल के गुबार को खाकर बीमार होते रहेंगे। और कब तक वर्षाकाल में इस रोड पर होने वाले कीचड़ में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होते रहेंगे। जर्जर रोड से तंग आ चुके लोगों का कहना है कि शासन प्रशासन को इस रोड पर एक चेतावनी वाला बोर्ड लगाकर “बाबुजी धीरे चलना बड़े गड्ढे हैं इस राह में” लिख देना चाहिए जिससे कि वाहन सवार इस रोड पर सावधान होकर चल सकें। बहरहाल लोग जो भी कहें पर शासन प्रशासन को जनभावना का सम्मान करते हुए जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
इसी रोड पर बन रहा है एकलव्य स्कूल
बता दें कि जर्जर हालत में पड़े इसी रोड के किनारे करोड़ों की लागत से एकलव्य आवासीय विद्यालय भी बन रहा है। लोगों का कहना है कि जब एकलव्य स्कूल बनाने के लिए शासन करोड़ों का बजट उपलब्ध करा सकता है तो फिर महज छह सौ मीटर की दूरी वाले इस कच्चे रोड को पक्के रोड में तब्दील करने को बजट उपलब्ध क्यों नहीं करा रहा है। गौर करने वाली बात है कि इस रोड पर केवल एकलव्य स्कूल ही नहीं बन रहा बल्कि यहां शासकीय हाउसिंग सोसायटी व शासकीय नर्सरी भी मौजूद है। हाउसिंग सोसायटी में दर्जनों की संख्या में शासकीय अधिकारी और कर्मचारी निवास करते हैं। वहीं नर्सरी में भी रोजाना दर्जनों किसान पेड़ पौधे लेने के लिए आते जाते रहते हैं। यहां की नर्सरी में मौजूद विभिन्न प्रकार के देशी विदेशी फूल व फलदार पेड़ पौधों की ओर आकर्षित होकर इन्हें देखने के लिए रोजाना आसपास व दूरदराज से बड़ी संख्या में सपरिवार पहुंचने वाले लोग भी इस रोड की खराब हालत को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देते हैं।