प्रतापपुर (thetarget365)। सूरजपुर जिला अंतर्गत ग्राम गोविंदपुर में चार माह से बंद पड़े उप स्वास्थ्य केन्द्र का ताला अब खुल गया है। विधायक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने यहां स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली कर दी है।
ग्रामीणों की तकलीफ़ को देखते हुए 19 जून को “Thetarget365″ ने इस मामले को समाचार के माध्यम से पूरी प्रमुखता के साथ उठाया था। जिसमें बताया गया था कि गोविंदपुर में स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र में लगभग चार माह से ताला लगा हुआ है। कोई भी स्वास्थ्यकर्मी वहां झांकने तक को नहीं जाता। उप स्वास्थ्य केन्द्र के लगातार बंद रहने से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित गोविंदपुर के ग्रामीणों को इलाज कराने वहां से 35 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर आना पड़ रहा है जिसके कारण ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। और जो बीमार ग्रामीण अपना इलाज कराने किसी कारणवश प्रतापपुर नहीं आ पाते उन्हें गांव में ही अवैध तरीके से क्लिनिक संचालित कर रहे झोलाछाप चिकित्सकों की शरण में जाना पड़ रहा है। समाचार प्रकाशन के बाद क्षेत्रीय विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते ने मामले में संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग को उप स्वास्थ्य गोविंदपुर के चार माह से बंद रहने की जांच करने के साथ ही वहां तत्काल स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली करने के कड़े निर्देश दिए थे।
विधायक के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग की एक जांच टीम मौके पर पहुंची तो वहां कई प्रकार की अव्यवस्थाएं पाई गईं। जांच टीम ने पाया कि उप स्वास्थ्य केन्द्र केवल एक स्वास्थ्यकर्मी के भरोसे चल रहा है जिसके कारण बीमार ग्रामीणों का उचित उपचार नहीं हो पा रहा। जांच के बाद उप स्वास्थ्य केन्द्र में फैली अवस्थाओं को दूर किया गया तथा सूरजपुर जिले के सीएमएचओ आरएस सिंह के निर्देश पर वहां एक शिविर लगाकर भी ग्रामीणों की विभिन्न प्रकार की शारीरिक जांच कर सभी जरूरी दवाओं का वितरण किया गया। वहीं उप स्वास्थ्य केन्द्र के लिए ग्रामीणों द्वारा की जा रही एक चिकित्सक की मांग को देखते हुए सीएमएचओ सिंह ने फिलहाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रमकोला के चिकित्सक को वहां सप्ताह में दो बार बैठने के निर्देश दिए हैं। उप स्वास्थ्य केन्द्र गोविंदपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली हो जाने से ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए “Thetarget365″ का आभार प्रकट किया है।