प्रतापपुर (thetarget365)। सूरजपुर जिला अंतर्गत जनपद पंचायत प्रतापपुर के ग्राम अमनदोन में मात्र छह सौ मीटर लंबी एक सड़क है जो दशकों से अपनी दुर्दशा की गवाही दे रही है।
नगर पंचायत व चंदौरा को जोड़ने वाली इस पूरी सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। कई स्थानों पर तो बड़े-बड़े बोल्डरनुमा पत्थर भी बाहर निकले हुए हैं। वर्षाकाल में सड़क पर मौजूद गड्ढे कीचड़ से भरे एक अघोषित तालाब का रूप धारण कर लेते हैं। इस सड़क पर कई वाहन सवार दुर्घटनाग्रस्त होकर अपने हाथ पैर तुड़वा चुके हैं। पर सड़क है की प्रशासकीय उदासीनता के कारण बनने का नाम नहीं ले रही। बता दें कि अमनदोन की ग्रामीण बस्ती में मौजूद यह सड़क लगभग बीस वर्षों से कच्ची हालत में पड़ी है। वर्षाकाल में तो इस सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा दशकों से इस सड़क को पक्का बनाने की मांग की जा रही है। संबंधित पंचायत भी इस मार्ग में सीसी रोड का निर्माण कराने को लेकर ग्रामसभा में प्रस्ताव पास कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को दे चुकी है पर यह एक विडंबना ही है कि अब तक इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल सकी है। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा सड़क के अगल बगल में निवासरत ग्रामीणों को आवागमन में हो रही परेशानी के रूप में भुगतना पड़ रहा है। हालांकि सड़क पर मौजूद गड्ढों को भरने के लिए पंचायत ने एक दो बार गिट्टी की डस्ट का उपयोग किया था। पर यह भी कारगर साबित नहीं हो पाई। इस विषय को लेकर स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक इस मार्ग की मरम्मत व जीर्णोद्धार के नाम पर जितनी राशि की बंदरबांट की जा चुकी है उतनी राशि में तो पूरी सड़क पर सीसी रोड बन गया होता। बता दें कि इस मार्ग पर एक स्कूल भी है जिसमें पढ़ाई के लिए आने वाले बच्चों को इसी कीचड़ भरे मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है कीचड़ के कारण कई बार बच्चे फिसलकर गिरने से चोटिल भी हो जाते हैं। पर ग्रामीणों द्वारा बार-बार की जा रही मांग के बावजूद इस सड़क को पक्का करने की दिशा में जिम्मेदारों द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है। अब फिर से मार्ग की खराब हालत से त्रस्त हो चुके ग्रामीण शासन प्रशासन से इस कच्चे मार्ग को जल्द से जल्द पक्के मार्ग में तब्दील करने की गुहार लगा रहे हैं।
जीर्णोद्धार के नाम पर हुई थी लाखों की बंदरबांट
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जिला पंचायत ने अमनदोन में स्थित इस सड़क का गिट्टी व मुरूम से जीर्णोद्धार कराने लाखों रुपए की स्वीकृति प्रदान की थी। जिसके लिए नियमानुसार ग्राम पंचायत अमनदोन को तो एजेंसी बना दिया गया पर कार्य पंचायत ने नहीं बल्कि किसी और ने किया। कार्य करने वाले ने सड़क पर गिट्टी मुरूम के स्थान पर केवल मुरूम की पतली परत बिछाकर कार्य पूर्ण हुआ दिखाते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों से मिली भगत कर सड़क निर्माण से संबंधित मूल्यांकन व सत्यापन सिर्फ कागजों में ही पूरा करा लिया। चुंकि निर्माण एजेंसी पंचायत को बनाया गया था इसलिए जिला पंचायत ने सड़क निर्माण से संबंधित लाखों रुपए की राशि भी पंचायत के खाते में ही भेजी थी। पर कार्य करने वाले ने सरपंच व सचिव को सत्ता की धमक दिखाते हुए पंचायत के खाते से पूरी राशि निकलवाकर हजम कर ली। कुल मिलाकर सड़क के निर्माण में जमकर लीपापोती की गई जिसका नतीजा यह रहा कि पहली ही बारिश में यह सड़क कीचड़ और गड्ढों में तब्दील हो गई। ग्रामीणों को होने वाली परेशानी की परवाह न कर केवल अपना निजी हित साधने वाले जिम्मेदारों के कारण यह सड़क अब अमनदोन पंचायत पर लगे एक धब्बे के रूप में नजर आती है।
जनपद कार्यालय से है कुछ ही दूरी पर
बता दें कि ग्राम पंचायत अमनदोन में स्थित इस जर्जर मार्ग की दूरी जनपद पंचायत कार्यालय प्रतापपुर से कुछ ही दूरी पर है और साथ ही यह गांव नगर पंचायत से भी सटा हुआ है। इसके बावजूद संबंधित विभाग के जिम्मेदार लोगों को इस सड़क की दुर्दशा का दिखाई न देना इनकी लापरवाही का एक जीता जागता उदाहरण बना हुआ है। यदि सड़क को लेकर इसी तरह से लापरवाही का यह खेल चलता रहा तो निकट भविष्य में इस सड़क की खराब हालत किसी बड़ी दुर्घटना को भी जन्म दे सकती है।