★ 2 करोड़ से अधिक की ठगी कर मृतक को जमीन रजिस्ट्री के लिए दबाव बनाकर प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में शामिल आरोपी को कलकत्ता से किया गया गिरफ्तार
★ मामले मे पूर्व मे 01 आरोपी को किया गया था गिरफ्तार
अंबिकापुर (thetarget365)। यूरेनियम प्लेट कारोबार के नाम पर करीब 02 करोड़ रुपये की ठगी कर वापस नहीं करने व जमीन रजिस्ट्री करने का दबाब बनने से आत्महत्या कर लिए जाने के एक मामले में फरार आरोपियों में से एक को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के मामले में कलकत्ता से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मामले में शामिल कई आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
जानकारी अनुसार थाना कोतवाली अंबिकापुर के मर्ग क्रमांक 108/23 धारा 174 जा. फौ. के मृतक गुरु प्रसाद जायसवाल निवासी नमनाकला पावर हाउस के पास ने 20 सितंबर 2023 को शहर के एक निजी होटल में फंसी लगा आत्महत्या कर ली थी। मृतक गुरु प्रसाद जायसवाल को आरोपियों द्वारा रॉयल ब्रिटिश कंपनी में यूरेनियम प्लेट कारोबार के नाम पर करीब 02 करोड़ रुपये की ठगी कर वापस नहीं करने व मृतक गुरु प्रसाद जायवाल का बौरीपारा स्थित भूमि को रजिस्ट्री करने हेतु दबाव बनाकर प्रताडित करने से तस्त होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया था, जांच में घटना स्थल से सुसाइड नोट व आरोपियों से लेन देन संबंधित दस्तावेज जप्त किया गया था। मामले के आरोपियों के विरुद्ध सदर धारा 306, 34 भादवि का अपराध घटित करना पाये जाने से थाना कोतवाली मे अपराध क्रमांक 654/23 धारा 306, 34 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया एवं मामले में शामिल आरोपी अब्दुल नईम को 18 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया था।
जांच में पुलिस टीम द्वारा मामले मे घटना के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गए। मामले में शामिल आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन पुलिस पर काफी दबाव बना रहे थे। इसी क्रम में पुलिस ने फरार आरोपियों में से एक को कोलकत्ता में गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी सुजित कुमार डे 50 वर्ष निवासी 166 जेस्सोंर रोड़ थाना दम दम, जिला पीजीएस ए कोलकत्ता का है। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक अखिलेश सिंह, प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह, आरक्षक सुयश पैकरा, शिव राजवाड़े शामिल रहे।