रायपुर (thetarget365)। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने आज छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन चेयरमैन व सचिव के कार्यालय में घंटों खोजबीन की। देर शाम छानबीन खत्म कर सीबीआई के सभी अधिकारी आयोग के दफ्तर से वापस चले गए।
जांच के बाद सीबीआई द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार सीबीआई ने ईओडब्लू-एसीबी और बालोद के अर्जुदा थाने में दर्ज एफआईआर को जांच के लिए ले लिया है। दोनों ही एफआईआर में पीएससी के तत्कालीन पदाधिकारियो पर डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी जैसे पदों के लिए अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है। यह मामला पीएससी 2020-21 से जुड़ा हुआ है। दोनों एफआईआर में कहा गया है कि पीएससी के तत्कालीन उक्त पदाधारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे, बेटियां, रिश्तेदारों तथा अन्य संबंधितों को फायदा पहुंचाया है। सीबीआई के अनुसार चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के बेटे को डिप्टी कलेक्टर, उसके भाई के बेटे को डीएसपी, उनकी बहन की बेटी को लेबर अफसर, बेटे की पत्नी को डिप्टी कलेक्टर और भाई की बहू का जिला आबकारी अधिकारी के रूप में चयन करवाने का आरोप है। यही नहीं, पीएससी सचिव ध्रुव के बेटे का भी डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चयन हुआ है। सीबीआई में दर्ज एफआईआर में यह आरोप भी है कि इनके अलावा छत्तीसगढ़ के कुछ और बड़े अफसरों, नेताओं और प्रभावशाली लोगों के बच्चों का पीएससी में चयन हुआ है, जिस पर गंभीर आपत्तियां आई हैं। इसी मामले की जांच शुरू करते हुए सीबीआई संबंधित पदाधारियों के रायपुर और भिलाई स्थित निवास पर सर्चिग कर रही है।