★ चार प्रतिशत डीए की एरियर्स राशि को जीपीएफ खाते में समायोजन करने पर हुई चर्चा
अंबिकापुर (thetarget365)। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा की बैठक में प्रदेश भर के दो दर्जन से अधिक कर्मचारी-अधिकारी एवं शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने चुनाव दौरान राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान देय तिथि से डीए एवं पिछले डीए की एरियर्स राशि को जीपीएफ खाते में समायोजन करने दी गई मोदी की गारंटी को पूरा करने पर चर्चा की गई। इस दौरान प्रदेश के समस्त संगठनों से कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले संघर्ष करने का आह्वान किया गया।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला एवं मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत द्वारा इंद्रावती भवन नया रायपुर में आयोजित संयुक्त मोर्चा की बैठक में विभिन्न संगठनों के प्रांताध्यक्ष एवं प्रतिनिधियों ने कहा कि पिछले सात माह से सभी कर्मचारी संगठनों ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री, वित्तमंत्री सहित प्रमुख जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर केंद्र के समान डीए देने की मांग की है, इसके बाबजूद प्रदेश के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्रीय कर्मचारियों एवं अन्य राज्य के कर्मचारियों की तुलना में 4 फीसदी कम डीए एक जनवरी 2024 से मिल रहा है। सरकार द्वारा डीए की घोषणा करने में हो रहे विलंब के कारण पूरे प्रदेश के साढ़े चार लाख कर्मचारी एवं डेढ़ लाख पेंशनरों में आक्रोश है। वक्ताओं ने कहा जिस प्रकार से जुलाई 2023 में प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले एकजुटता दिखाकर तत्कालीन भूपेश सरकार को एकमुस्त 9 प्रतिशत डीए व 9 प्रतिशत एचआरए देने के लिए विवश किया था, उसी एकजुटता के साथ पुन: संघर्ष का शंखनाद किया जाए। छत्तीसगढ़ लघुवेतन कर्मचारी संघ सरगुजा संभाग के संरक्षक सुजान बिन्द ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 22 जुलाई से विधानसभा सत्र को देखते हुए संयुक्त मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के वित्त मंत्री, मुख्यमंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपनी मांग रखेगा। जुलाई माहांत तक सरकार ने डीए की घोषणा नहीं की तो अगस्त में प्रदेशव्यापी आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। बैठक को प्रमुख रूप से कर्मचारी-अधिकारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत, तीरथ लाल सेन, संजय सिंह, डा. जितेंद्र सिंह ठाकुर, आलोक मिश्रा, जयनारायण श्रीवास्तव, संजय तिवारी, पीआर साहू, डीपी मनहर, विकास सिंह राजपूत, नरेंद्र सिंह ठाकुर, जीआर क्षत्रीय, अशोक कुमार नावरे, सुनील यादव, योगेश सिंह ठाकुर, राजेश कुमार वरकड़े, महेंद्र कुमार चंद्राकर, शशिकांत गौतम, विद्याभूषण दुबे एवं विष्णु चंद्राकर ने संबोधित किया। बैठक में विभिन्न संगठनों से प्रतिनिधियों की उपस्थित रही।