अंबिकापुर (thetarget365)। प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के उत्तरी सीमावर्ती आदिवासी बहुल क्षेत्र सरगुजा संभाग की बहुप्रतीक्षित मांग रेणुकूट-अंबिकापुर-कोरबा रेल मार्ग विस्तारीकरण को गति देने की मांग की है। उन्होंने पत्र में इसे बजट में शामिल करने का भी आग्रह प्रधानमंत्री व नेता प्रतिपक्ष से किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लिखे पत्र में पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा है कि तत्कालीन केंद्र सरकार यूपीए द्वारा इस रेल लाइन की स्वीकृति प्रदान की गई थी। वर्ष 2020 में रेणुकूट से कोरबा बारास्ता अंबिकापुर, नई रेल लाइन 251 किलोमीटर का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है। इसकी अनुमानित लागत 4973 करोड़ है। रिपोर्ट केंद्रीय रेल्वे बोर्ड को भेज दी गई है। यह रेलमार्ग सरगुजा के लिए लाइफ-लाइन साबित होगी। इस रेलमार्ग का विस्तार हो जाने से क्षेत्र की बड़ी आबादी को सुविधाजन्य आवागमन संभव हो जाएगा। उद्योग, व्यापार, पर्यटन व तीर्थ का विकास होगा एवं शिक्षा व चिकित्सा जैसी अत्यावश्यक सुविधाएं सुलभ हो सकेंगी। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों उत्तर प्रदेश,ओडिशा, झारखंड व मध्य प्रदेश के लगभग 30 से ज्यादा जिलों की आबादी को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
नेताद्वय को प्रेषित पत्र में सिंहदेव ने कहा है कि इस रेल मार्ग के जुड़ने से बनारस से विशाखापटनम तक सबसे छोटा रास्ता होगा, जिससे इस मार्ग के उद्योग, व्यापार व व्यावसाय को बल मिलेगा एवं उत्तर व दक्षिण भारत के प्रमुख नगरों तक सीधे पहुंच होगी। विशेषकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के लिखे पत्र में सिंहदेव ने कहा है कि आदिवासी बहुल क्षेत्र सरगुजा संभाग की बहुप्रतीक्षित मांग रेणुकूट-अंबिकापुर-कोरबा रेल मार्ग विस्तारीकरण सर्वेक्षण कार्य को सोनिया गांधी तत्कालीन चेयरपर्सन, यूपीए एवं डा. मनमोहन सिंह, तत्कालीन प्रधानमंत्री, भारत सरकार के द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसे आप भी जोर देकर सरकार तक पहुंचाएं यह उतरी छत्तीसगढ़ क्षेत्र के लिए विकास की नींव बनेगी।