अंबिकापुर @thetarget365 छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्रांर्गत ग्राम लडुआ में धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन देने वाले पास्टर रंजीत बड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पास्टर ग्रामीणों को लगातार धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करता था। गांव के एक व्यक्ति को उसने इतना प्रभावित किया कि वह व्यक्ति धर्म परिवर्तन के लिए पत्नी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। महिला की शिकायत और जांच के बाद आरोपी पास्टर को धारा 299 बीएनएस एवं छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्रय अधिनियम के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
राजपुर थाना प्रभारी निरीक्षक भारद्वाज सिंह ने बताया कि लडुआ निवासी मती गोंड नामक महिला ने पास्टर रंजीत बड़ा के विरुद्ध लिखित शिकायत की थी। लडुआ गांव में तीन-चार वर्ष पूर्व से पास्टर रंजीत (मूल निवास झिंगाडाड करजी ) इसके गांव में जमीन खरीद कर घर बनाकर रहता है। घर को उसने अस्थाई चर्च बना लिया था। पास्टर द्वारा गांव में लगातार ईसाई धर्म का प्रचार किया जा रहा है। गांव के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने पर कोई बीमारी नही होने, धन संपत्ति की कमी नहीं होने तथा बच्चों के स्वस्थ्य रहने का प्रलोभन देकर मत बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। गांव के कई लोग उसकी बातों में आ गए हैं। उसके घर पर प्रार्थना करने के लिये हर सप्ताह रविवार को जाते हैं। महिला का पति भी पास्टर रंजीत बड़ा के बातों में आकर उसके घर आना-जाना करता है। महिला का कहना है कि उसके पति को आरोपी पास्टर ने अपने प्रभाव में ले लिया है। वह लगातार धर्म बदलने की बात बोलता है और ऐसा नहीं करने पर परिवार को छोड़ देने की धमकी भी देता है। जिससे गांव के लोग काफी दुःखी और अपमानित महसूस कर रहे हैं। महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी पास्टर के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया था। अपराध पंजीकृत होने के बाद से पास्टर फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम लगी हुई थी। आखिरकार पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी राजपुर निरीक्षक भारद्वाज सिंह, उप निरीक्षक दिनेश राजवाडे, एएसआई राकेश सिंह, प्रधान आरक्षक श्यामलाल भगत, आरक्षक रिंकु गुप्ता, अमृत सिंह, संतोष सिंह, नरेश तिर्की, सुनील तिर्की सक्रिय रहे।