★ प्रधान आरक्षक को सोशल मीडिया में मिल रहा जन समर्थन
अंबिकापुर @thetarget365 महिला व बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का जेठ बताकर पुलिसकर्मियों से हुज्जतबाजी का वीडियो सामने आने के बाद सरगुजा पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है। वीडियो प्रसारित होने के बाद भी सरगुजा पुलिस के आलाधिकारी पूरे मामले में चुप्पी साध रखे थे। बस स्टैंड पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी देवनारायण नेताम को सोशल मीडिया पर मिल रहे समर्थन ने सरगुजा पुलिस को भी बैकफुट पर ला दिया। आधी रात सरगुजा पुलिस ने मीडिया से एक सूचना साझा की। पुलिस का दावा है कि प्रधान आरक्षक देवनारायण नेताम को पुलिस लाइन अटैच नहीं किया गया है। पुलिस ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें विवाद के बाद प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच किए जाने की बात कही जा रही थी।
बतातें चले कि सरगुजा पुलिस में पदस्थ प्रधान आरक्षक देवनारायण नेताम ने कोरोना काल में सेवा कार्यों से अपनी अलग पहचान बनाई थी। राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें प्रशंसा मिली थी। दायित्वों के प्रति सजग प्रधान आरक्षक से हुज्जतबाजी करने वाले मंत्री के कथित रिश्तेदार के विरुद्ध कार्रवाई के बजाय सरगुजा पुलिस के आलाधिकारियों द्वारा प्रधान आरक्षक को ही लाइन अटैच कर दिए जाने की खबरों ने आमजन को उद्वेलित कर दिया था। सरगुजा पुलिस के इस निर्णय के विरोध में सोशल मीडिया पर लोग अपनी भड़ास निकाल रहे थे। इससे पुलिस की न सिर्फ किरकिरी हो रही थी बल्कि राजनेताओं के दबाब में सरगुजा पुलिस द्वारा कार्य करने का आरोप भी लग रहा था। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह थी कि वीडियो प्रसारित होने के बाद भी सरगुजा पुलिस के आलाधिकारियों ने इसे हल्के में लिया। मीडिया कर्मी पुलिस का पक्ष जानने प्रयास करते रहे लेकिन अधिकारियों ने इसकी जरूरत नहीं समझी। जब मामले ने तूल पकड़ा और राजधानी रायपुर तक बात पहुंची तो पुलिस पर दबाब बढ़ा। आधी रात के बाद सरगुजा पुलिस को सूचना सार्वजनिक करनी पड़ी कि प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच नहीं किया गया है।
पढ़िए क्या है पूरा मामला…
मंत्री का रिश्तेदार बता नशे में पुलिस को दिखाया धौंस, शिकायतकर्ता प्रधान आरक्षक लाइन अटैच