प्रतापपुर @thetarget365 जिला मांग संघर्ष समिति ने अपनी पूर्व घोषणा अनुसार बुधवार को अधिवक्ता संघ की अगुआई में प्रतापपुर-वाड्रफनगर (Demand to create a district) को राजस्व जिला बनाने की मांग को लेकर रैली निकाली। रैली के बाद समिति ने प्रतापपुर एसडीएम ललिता भगत को मुख्यमंत्री के नाम 17 बिंदुओं में उल्लेखित ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने से पूर्व जिला मांग संघर्ष समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में एकजुट हुए लोगों ने नगर के सांस्कृतिक भवन में बैठक का आयोजन किया। बैठक में जिला बनाने की मांग को लेकर चर्चा की गई। चर्चा उपरांत वहां से पूरे नगर में रैली निकाल जिला बनाना होगा के नारे लगाते हुए सभी लोग एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां समिति ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया है कि प्रतापपुर व वाड्रफनगर (Demand to create a district) आर्थिक व विकास के मामले में अति पिछड़े क्षेत्र हैं। दोनों शासन द्वारा घोषित पूर्व सरगुजा संभाग के अधिसूचित क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़े व सामान्य वर्ग के लोग निवासरत हैं। जिनका रहन सहन एक समान है। दोनों क्षेत्र की नदियां व वनक्षेत्र आपस में जुड़े हुए हैं। दोनों क्षेत्र जल संसाधन तथा कोयला व अन्य खनिज संपदा से परिपूर्ण हैं, जिनका विदोहन राज्य व केंद्र सरकार दोनों करते हैं। 1990 में प्रतापपुर व वाड्रफनगर तहसील एक ही राजस्व अनुविभाग में शामिल थे। समरूपता के आधार पर शासन ने दोनों तहसीलों का परिसीमन कर प्रतापपुर विधानसभा बनाई है। ज्ञापन में बताया गया है कि पूर्व में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रतापपुर-वाड्रफनगर से भी कम जनसंख्या वाले बीजापुर, नारायणपुर, मोहला मानपुर, मनेंद्रगढ़ व खैरागढ़ को जिला बनाया जा चुका है। इसलिए प्रतापपुर व वाड्रफनगर को भी मिलाकर इनकी भौगोलिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, पर्यटन व औद्योगिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोकहित में उठाई जा रही जिला बनाने की मांग पूरी की जानी चाहिए।
ज्ञापन सौंपने वालों में जिला मांग संघर्ष समिति के संरक्षक गिरीश पटेल, भाजपा मंडल अध्यक्ष अक्षय तिवारी, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष धनंजय गुप्ता, नगर पंचायत अध्यक्ष कंचन सोनी, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष शिव भजन मराबी, जनपद पंचायत अध्यक्ष जगत लाल आयम, नगर पंचायत प्रतापपुर, जरही व वाड्रफनगर के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, ग्राम, जनपद, जिला पंचायत, व्यापारी संघ के जनप्रतिनिधि, विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता, पत्रकार व आमलोग शामिल रहे। इधर कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने प्रतापपुर थाना क्षेत्र के एसडीओपी अरुण नेताम, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे, खड़गवां चौकी प्रभारी योगेन्द्र जायसवाल दलबल के साथ तैनात रहे।