★ 03 दिवसीय प्रवास पर अंबिकापुर पहुंचे पुरी मठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती
★ दीक्षा, संगोष्ठी में होंगे शामिल, धर्मसभा को करेंगे संबोधित
अंबिकापुर @thetarget365 स्वतंत्रता के बाद देश में जाति के नाम विद्वेष तेजी से फैल रहा है। जाति व धर्म को मानना जरूरी है लेकिन इसे विकृत नहीं करना चाहिए। आज सनातन व परंपरा को मानने वालों को कुचलने का प्रयास हो रहा है। विनम्रता के नाम पर अन्याय सहना सहिष्णुता नहीं होती। हमारा जीवन सिर्फ अपने परिवार तक सीमित न होकर सबके लिए हो। लेकिन जो स्वभाव से दुष्ट हैं उनके विरुद्ध अस्त्र उठाना कोई अपराध नहीं है। हम अहिंसा के पक्षधर हैं लेकिन हिंसा करने वालों पर अस्त्र उपयोग को गलत नहीं मानते। यह बातें जगत स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने अंबिकापुर प्रवास के दौरान प्रेस वार्ता में कही।
देखें वीडियो 👇
देश में नेताओं का वैचारिक पतन हो रहा है
जगतगुरू ने देश की राजनीति व राजनीतिज्ञों पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि देश में नेताओं का वैचारिक पतन हो रहा है। आज देश की राजनीति बैसाखी पर चल रही है। उनका इशारा केंद्र सरकार की ओर था जो नीतिश व नायडू की बैसाखी के भरोसे संचालित होना बताया। शंकराचार्य ने कहा कि देश की राजनीति काजल की कोठरी के समान है। मठ मंदिर शासन का तंत्र बन गया है। देश में किसी भी दल की सत्ता हो मंदिर, देवस्थान इनके दिशा-निर्देश पर चलते हैं। जबकि धर्मनिरपेक्ष सरकार को धार्मिक मामलों में दखल देने का अधिकार नहीं है। अयोध्या में रामलला के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षाओं के कारण मंदिर का उद्घाटन किया गया और विधिवत प्राण प्रतिष्ठा न होने के कारण मंदिर को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पीएम बनने के बाद वे गौ रक्षकों को गुंडा कहते हैं
धर्म परिवर्तन को लेकर जगतगुरू ने कहा कि हर हिंदू परिवार एक रुपये का योगदान दे जिसका उपयोग सार्थक धार्मिक कार्य में हो। लोग सनातन का गंभीरता से पालन करें। इससे धर्म परिवर्तन पर काफी हद तक अंकुश लगेगा। गौ हत्या के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जब मोदी विपक्ष में थे। तब उन्होंने पीएम मनमोहन सिंह से गौ हत्या बंद करने का निवेदन किया था। लेकिन अब पीएम बनने के बाद वे गौ रक्षकों को गुंडा कहते हैं। स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि आधुनिक शिक्षा पद्धति नौकर ही बनाएगा। आज शिक्षित युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी नहीं मिलती। इससे युवाओं में हताशा व निराशा बढ़ रही है।
इससे पूर्व तीन दिनों के प्रवास पर पहुंचे निश्चलानंद सरस्वती महाराज का शहर में आत्मीय अभिनंदन किया गया। वे हरिमंगलम में दीक्षा, संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होंगे। रविवार को नारायणी परिसर में धर्मसभा को संबोधित भी करेंगे।