★ मृतक संदीप लकड़ा के शव का अंतिम संस्कार शनिवार को गृहग्राम बेलजोरा में किया जाएगा
अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र निवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा हत्याकांड के विरोध में जारी धरना शुक्रवार को समाप्त हो गया। राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने धरना स्थल पर मृतक के स्वजन को 25 लाख रुपये मुआवजा, मृतक की पत्नी सलीमा लकड़ा को कलेक्टर दर पर छात्रावास में नौकरी, दोनों बच्चों को हायर सेकेंडरी तक निश्शुल्क शिक्षा तथा अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ देने की घोषणा की।
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स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल, विधायक लुंड्रा प्रबोध मिंज, विधायक सीतापुर रामकुमार टोप्पो, विधायक अंबिकापुर राजेश अग्रवाल, विधायक प्रेमनगर भूलन सिंह मरावी की उपस्थिति में शुक्रवार देर शाम मृतक की पत्नी को प्रारंभिक चरण में आठ लाख 25 हजार का चेक व नियुक्ति पत्र भी प्रदान कर दिया गया। शेष राशि बाद में दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री की ओर से की गई पहल और घोषणा के बाद सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले चल रहे धरना को भी समाप्त करने की घोषणा कर दी गई। यह भी तय किया गया कि शनिवार दोपहर मृतक संदीप लकड़ा के शव का अंतिम संस्कार उसके गृहग्राम बेलजोरा में किया जाएगा।
निर्णय से पुलिस व प्रशासन को मिली बड़ी राहत
पिछले 21 दिन से मृतक का शव मेडिकल कालेज अस्पताल के मोर्चरी में रखा गया था। इस निर्णय से पुलिस व प्रशासन को भी बड़ी राहत मिली है। सर्व आदिवासी समाज की ओर से कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बीएस रावटे, प्रदेश सचिव विनोद नागवंशी, गोंड महासभा के प्रदेशाध्यक्ष अकबर राम कोर्राम आदि ने पीड़ित परिवार का पक्ष स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष रखा।
शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ भाजपा विधायकों का दल सीतापुर स्थित धरना स्थल पहुंचा। मृतक को श्रद्धांजलि दी। सीतापुर रेस्ट हाउस में सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ स्वास्थ्य मंत्री की चर्चा हुई। बैठक में सर्व आदिवासी समाज ने पीड़ित परिवार की ओर से मांगों को रखा। दोनों पक्षों में हुई बातचीत के बाद मुआवजा, नौकरी के साथ अन्य मांगों को लेकर सहमति बनी। फिर धरनास्थल पहुंचकर स्वास्थ्य मंत्री ने पीड़ित परिवार को दी जाने वाली सहायता की घोषणा की। मुख्य आरोपित अभिषेक पांडेय के खातों से लेनदेन की जांच के अलावा घटना में अन्य लोगों की संलिप्तता के आरोपों की जांच का भी आश्वासन दिया गया। इसके बाद मंच से ही सर्व आदिवासी समाज ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी।
यह था मामला
राजमिस्त्री संदीप लकड़ा का 07 जून को अपहरण कर लिया गया था। उसी रात हत्या कर मैनपाट के लुरैना में शव को दफना उसके ऊपर पानी टँकी बना दिया गया था। तीन माह बाद 06 सितंबर को उसका शव पानी टँकी को जमींदोज कर बरामद किया गया था। आरोपितों ने योजनाबद्ध तरीके से घटना की थी। स्वजन द्वारा अंतिम संस्कार नहीं करने पर शव को 06 सितंबर से ही मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर के मोर्चरी में रखा गया है। संदीप लकड़ा हत्याकांड मामले में पुलिस ने टीआई, एएसआई और एक आरक्षक को निलंबित किया था। मामले में पुलिस 06 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय घटना के बाद से अब तक फरार है। जिसपर पुलिस सहित सर्व आदिवासी समाज ने इनाम की घोषणा भी की है।
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