अंबिकापुर @thetarget365 सीतापुर राजमिस्त्री संदीप लकड़ा के शव का अंतिम संस्कार गृहग्राम बेलजोरा में शनिवार को किया गया। मृतक के हत्या के विरोध में 8 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुक्रवार को देर रात समाप्त हुआ। अंतिम संस्कार में विधायक सीतापुर रामकुमार टोप्पो, विधायक लुंड्रा प्रबोध मिंज सहित सर्व आदिवासी समाज के लोग व ग्रामीणजन शामिल हुए।
बता दें सीतापुर के बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा के लापता होने के बाद परिजन के कई बार शिकायत के बाद भी सीतापुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। लापता युवक का शव 03 माह बाद मिलने से आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया था। हत्या के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सहित दो करोड़ मुआवजा व पत्नी को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने अनिश्चितकालीन आंदोलन 12 सितंबर से शुरू किया था।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ शुक्रवार को परिजन व समाज की हुई चर्चा के बाद आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया गया। परिजनों को 25 लाख मुआवजा, पत्नी को कलेक्टर दर पर नौकरी एवं अन्य घोषणाओं के बाद आंदोलन समाप्त किया गया। शनिवार को अंबिकापुर मॉर्च्युरी में 22 दिनों से रखे शव को निकालकर पुलिस ने बेलजोरा पहुंच परिजनों को सौंपा। परिजनों ने पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए शव की पेटी को खोलने की मांग की। लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने संक्रमण की आशंका को देखते हुए इसकी इजाजत नहीं दी। पूरे रीति रिवाज के साथ परिजनों ने संदीप का शव दफन किया।
परिवार को मिलेगी सुरक्षा
संदीप लकड़ा हत्याकांड के मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय की गिरफ्तारी तक पीड़ित परिवार ने पुलिस सुरक्षा मांगी है। विधायक से चर्चा के बाद परिवार की सुरक्षा के लिए गार्ड उपलब्ध कराने का ज्ञापन सौंपा गया है। परिवार को आश्वस्त किया गया कि दो गार्ड परिवार की सुरक्षा के लिए रहेंगे।
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