★ युवती ने उपसरपंच सहित 3 पर दर्ज कराई रिपोर्ट
★ एसपी से शिकायत पर लखनपुर थाने में केस दर्ज
अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र की एक युवती ने इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संबंध बनाने और दो माह पूर्व उपसरपंच सहित तीन लोगों के द्वारा बलपूर्वक गर्भपात की गोली खिलाकर जीवित बच्चे को मारकर दफना देने का गंभीर आरोप लगाया है।
युवती ने पुलिस अधीक्षक सरगुजा के नाम दिए गए शिकायत पत्र भी दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर मामले की रिपोर्ट लखनपुर थाने में दर्ज की गई है। युवती ने मृत बच्चे का शव दिलाने का आग्रह किया है ताकि वह उसका अंतिम संस्कार कर सके। पुलिस अपराध दर्ज कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई कर रही है।
जानकारी अनुसार लखनपुर थाना क्षेत्र की 24 वर्षीय एक युवती ने पुलिस को बताया है कि ग्राम मलगवां खुर्द के उपसरपंच कृष्णा यादव, संतोष यादव एवं पार्वती यादव के परिवार के सदस्य मनीष यादव शादी का झांसा देकर उसके साथ 17 सितम्बर 2022 से लगातार शारीरिक संबंध बना रहा था, जिस कारण वह 8 माह की गर्भवती हो गई थी। इसकी जानकारी आरोपी युवक के मामा सहित अन्य को मिलने पर उनके द्वारा लगातार गर्भपात कराने धमकी दी जा रही थी।
आरोप है कि उपसरपंच सहित अन्य उसे किराए के मकान से निकलने नहीं देते थे और गर्भस्थ शिशु को नहीं रखने पर ही उसका विवाह मनीष यादव से कराने की बात कह रहे थे। इसके बाद उसे अंधेरे में रखकर मनीष यादव का विवाह अन्यत्र करा दिए। इस संबंध में जब उसे पता चला तो वह आपत्ति की।
आरोप है कि उपसरपंच कृष्णा यादव, संतोष यादव एवं पार्वती यादव 01 जुलाई को सुबह 8 बजे सोनोग्राफी कराने के बहाने उसे अपने साथ लेकर गए और इधर-उधर दिन भर घुमाते रहे। बाद में दोपहर एक बजे के लगभग उसको अपने घर में ले गए और गर्भपात की 3 गोली खाने यह कहते हुए दबाव बनाए कि डॉक्टर ने आसानी से बच्चा होने के लिए गोली खाने कहा है। वह गोली खाने से मना करती रही लेकिन सभी के जोर जबरदस्ती के कारण लाचार हो गई। इस दौरान संतोष यादव गर्भपात की तीन गोली उसके मुंह में रखा और कृष्णा यादव स्पराइड पिला दिया। इसके बाद गुड्डी पानी पिलाई और आज सोनोग्राफी नहीं होगा कहते हुए उसे सो जाने के लिए कहा गया। इसके बाद वह इनके मकान मलगवां खुर्द में रात भर रही। रात भर पेट में काफी दर्द हुआ और सुबह प्रसव हो गया।
युवती का कहना है कि वह बच्चे को हिलते-डुलते देखी थी, परंतु दर्द से अचेत हो गई। इनके द्वारा मोबाइल फोन में नवजात का फोटो भी खींचा गया था और बच्चे को वेंटीलेटर में रखना पड़ेगा कहकर उपसरपंच सहित तीनों नवजात शिशु को लेकर चले गए। जंगली-जड़ी-बूटी से इलाज के दौरान वह मरने के कगार पर पहुंच गई थी। उपसरपंच और उसके परिवार वाले बच्चे के स्वस्थ होने की जानकारी उसे देते रहे। इनके द्वारा बताई जा रही बातों के आधार पर युवती भी अपने स्वजनों को बच्चे का इलाज चलने की जानकारी दी थी।
लगभग 20 दिन बाद जब वह स्वस्थ हुई और बच्चे के बारे में पूछी तो इनके द्वारा अचानक बच्चे के मर जाने और उसे दफना देने की बात कही गई। युवती ने पुलिस से आग्रह किया है कि यदि उसका नवजात पुत्र मर गया है तो उसका शव दिलाया जाए, ताकि वह उसका रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर सके। युवती ने जबरन गर्भपात कराने और नवजात शिशु को बिना बताए कहीं ले जाकर मार देने का आरोप लगाया है। बहरहाल पुलिस मामले में आरोपियों के विरूद्ध धारा 3(5), 89, 94 बीएनएस का मामला दर्ज कर ली है।